रावण के पुतले को अंतिम रूप देने में जुटे कारीगर
Ambala News (आज समाज) अंबाला: जिले के कस्बे बराड़ा में हर बार की तरह अबकी बार भी सबसे ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। पुतले के पुतले को अंतिम रूप देने के लिए कारीगर दिन रात कम कर रहे है। आज शाम तक पुतला बनकर तैयार हो जाएगा। फिर उसे बीच ग्राउंड में दहन के लिए खड़ा कर दिया जाएगा। इस बार 111 फीट ऊंचा पुतला तैयार किया गया है। पुतले में इको फ्रेंडली आतिशबाजी का प्रयोग होगा। बराड़ा के रावण का पुतला अपनी विश्व प्रसिद्ध ऊंचाई के लिए 5 बार लिम्का बुक आॅफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुका है।
जब इस बारे में रावण का पुतला बनाने में जुटे उत्तर प्रदेश के आगरा कारीगर असगर अली से बात की गई तो उसने बताया कि उसने सिविल इंजीनियर है की पढ़ाई की हुई है। उसका बेटा सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जबकि छोटा बेटा बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है, बेटी फैशन डिजाइनर है। यह सभी मेरे साथ पुतला बनाने के काम में जुटे है।
सात से आठ लाख रुपए आता है खर्च
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए दशहरा महोत्सव समिति के प्रधान विक्रम राणा ने बताया कि हर साल की भांति इस बार भी बराड़ा में दशहरे के अवसर पर रावण दहन किया जाएगा। कारीगर पुतले को अंतिम रूप देने पर जुटे है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम पर 7 से आठ लाख का खर्च आता है। समाजसेवी लोगों के सहयोग से कार्यक्रम किया जाता है।
25 कारीगर दो माह से लगे काम में
पुतला बनाने को लेकर जानकारी देते हुए प्रबंधक समिति के अमरेंद्र सिंह ने बताया कि रावण के पुतले को बनाने में 2 महीने का समय लगा है। 25 कारीगर दिनरात यहां पर रावण के पुतले को बनाने में जुटे हुए हैं। रिमोट कंट्रोल द्वारा रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रावण के पुतले के निर्माण पर लगभग 8 लाख रुपए का खर्चा आ रहा है। इस दौरान इको फरेंडली आतिशबाजी का प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज सेवियों को सहयोग से यह कार्य पूरा होगा।।