नई दिल्ली। महाराष्टÑ में शिवसेना के नेतृत्व गठबंधन की सरकार चल रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को अपने मंत्रीमंडल का विस्तार किया। सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार में विपक्षी पार्टी भाजपा शामिल नहीं हुई थी। इसके बाद शिवसेना ने मंगलवार को अपने विपक्ष की आलोचना की और कहा कि सिर्फ विरोध करने के मंसूबे से महाराष्ट्र विकास आघाड़ी गठबंधन सरकार को लगातार निशाना नहीं बनाना चाहिए। शिवसेना ने सीधे तौर पर भाजपा को कहा कि विपक्ष के रूप में उन्हें दरियादिली दिखानी चाहिए और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को काम करने देना चाहिए।
शिवसेना ने भाजपा पर टिप्पणी की और व्यंग करते हुए कहा कि भाजपा ने प्रारंभ से ही सरकार पर जानबूझ कर निशाना साधा है। हालांकि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और विपक्षी भाजपा ने जिस तरह से शिवसेना पर बेवजह हमला कर रहे हैं इससे लोगों की नजरों में खुद का मजाक बना रहे हैं। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ एक संपादकीय में कहा कि अब एक महीने बाद राज्य में 43 मंत्रियों की पूर्ण सरकार है और फडणवीस को माहौल खराब करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। फडणवीस और उनकी पार्टी को सिर्फ विरोध करने की मंशा से विरोध करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
मराठी दैनिक अखबार ने कहा कि मंत्रिपरिषद में राज्य के विकास में तेजी लाने की क्षमता है। इसमें कहा गया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि फडणवीस ने मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया। नागपुर में राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी, विपक्ष ने हंगामा खड़ा किया और वॉकआउट किया। ठाकरे के नेतृत्व वाले दल ने कहा कि अब, राज्य में पूर्ण सरकार है। विपक्ष को सरकार को काम करने देने की उदारता दिखानी चाहिए।