कैथल। (मनोज वर्मा) डा. भीम राव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय जगदीशपुरा के स्टाफ सदस्यों के द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य डा. ऋषिपाल बेदी का सम्मान किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. बेदी ने बताया कि उन्होने 1987 से राजकीय सेवा देनी प्रदान कर दी थी। फरवरी 1987 में अंबाला में प्री-एग्जामीनेशन ट्रैनिंग सेन्टर में नियुक्त किया। इसके बाद हिसार सेन्टर में सेवाएं दी। 1988 में स्कूल लैक्चर्र जगाघरी फिर बिलासपुर और राजकीय गर्ल्ज सीनियर सैकैंडरी स्कूल, कैथल में बतौर शिक्षक अपनी सेवाएं प्रदान की। उन्होंने बताया की पांच जनवरी 1990 में उच्चत्तर शिक्षा विभाग में नियुक्ति लेते हुए राजकीय महाविद्यालय नगीना में कार्यभार संभाला उसके उपरांत राजकीय महाविद्यालय गुरूग्राम, नरवाना, टोहाना, गोहाना, जीन्द, में अपनी सेवाएं दी। 8 अगस्त, 2013 से राजकीय महाविद्यालय कैथल में बतौर प्राचार्य कार्यभार ग्रहण किया। प्राचार्य रहते हुए इन्होने राजकीय महाविद्यालय, पेहवा, चीका, कलायत, लदाना चक्कू, चम्मूकलां के महाविद्यालयों का अतिरिक्त कार्यभार भी बखूबी संभाला।
कॉलेज प्राचार्य के साथ साथ इन्होने प्रशासनिक कार्यो का निर्वहन भी किया जिसमे जिला पुस्तकालय के नोडल अधिकारी , महर्षि वाल्मिकी संस्कृत विश्वविद्यालय, मून्दडी के नोडल अधिकारी व जिला उच्च शिक्षा अधिकारी, कैथल के तौर पर अपना उत्तरदायित्व निभाया। डा. बेदी ने बताया कि उनके उत्कृष्ट कार्यो को देखते हुए जिला प्रशासन द्धारा उनको पुरस्कृत किया गया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भी 2018 में कलायत व चीका कॉलेज के जीर्णोउत्थान के लिए तत्कालिन विद्यायक द्वारा उनको प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि प्राचार्य के तौर पर रहते हुए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए महाविद्यालय मे दो बार युवा महोत्सव भी करवाया तथा इसी वर्ष नैक टीम के द्वारा भी कॉलेज का निरीक्षण भी इनके कार्यकाल में सम्पन्न हुआ। इनके कार्यकाल में महाविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए नए नए रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये गए। इस अवसर पर प्रो. सुनीता अरोडा, रोजी गुप्ता, जसपाल मलिक, अनिल ललित, सुभाष शर्मा, अभिषेक गोयल, सुशील कुमार, विरेन्द्र खटकड़, पूनम लोहान, कृतिका, मीना शर्मा, रूपाली, मुकेश शर्मा, कमल किशोर आदि सभी प्राध्यापक उपस्थित रहें।