नई दिल्ली। शिवसेना ने नागरिकता संशोधन बिल पर कहा कि जब तक हमारे सवालों के जवाब नहीं दिया जाएगा तब तक शिवसेना का बिल के समर्थन में वोट करने में संशय है। सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्यसभा की स्थिति अलग है। सरकार को हमारे सवालों का जवाब देना होगा। हमारे सवालों का संतोषजनक उत्तर मिलना चाहिए। उत्तर नहीं मिलने पर हमारा रुख लोकसभा में हमने जो किया उससे अलग हो सकता है। इसके अलावा श्रीलंका के तमिल हिंदुओं के लिए इस बिल में कुछ भी नहीं है। इसके साथ ही शिवसेना पर कांग्रेस ने भी निशाना माना। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री नसीम खान ने कहा कि महाराष्ट्र में बनी शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार द्वारा बनाए गए न्यूनतम साझा कार्यक्रम का शिवसेना ने उल्लंघन नहीं किया है लेकिन उसने नागरिकता संशोधन विधेयक का लोकसभा में समर्थन करके अप्रत्यक्ष रुप से भारतीय जनता पार्टी का समर्थन किया है। बता दें कि कांग्रेस इस नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन नहीं कर रही है। कांग्रेस के नेता नसीम खान ने कहा कि यह संविधान की प्रकृति के विरुद्ध नागरिकता संशोधन विधेयक लोकतंत्र पर सीधा हमला है। उन्होंने शिवसेना पर आरोप लगाया कि उसने लोकसभा में विधेयक के समर्थन में आने से पहले कांग्रेस को विश्वास में नहीं लिया था। पूर्व मंत्री ने इस मुद्दे पर उसे अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। गौरतलब है कि शिवसेना ने महाराष्ट्र में और केंद्र से भाजपा के साथ संबंध खत्म कर एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाई है। इसे विकास अघाडी सरकार नाम दिया गया है।