वॉशिंगटन। भारत-चीन के बीच गलवान घाटी मेंहिसंक झड़प के बाद कई दिनों से चला आ रहा गतिरोध तनाव में परिवर्तित हो गया। तनाव भी ऐसा है कि दोनों सेनाएं आमने सामनेहैं। चीन को सीमा पर शांति बहाल कर नेके लिए भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है। तनाव इतना बढ़ गया कि अमेरिका तक इसकी धमक पहुंची है। चीनी सामानों का बहिष्कार करने की आवाज भारत में तेजी से उभर रही है। जबकि यही आवाज अमेरिका के टाइम्स स्क्वायर तक भी पहुंची हैऔर केवल बॉयकॉट चाइना की आवाज ही बुलंद होती दिख रही है। चीन की आक्रामकता के खिलाफ न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में भारतीय अमेरिकी, तिबत्ती और ताइवानी अमेरिकी नागरिकों ने चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में ‘बॉयकॉट चाइना’ और ‘चाइनीज बदमाशी रोको’ जैसे नारे लिखे हुए तख्तियां थीं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि चीन को तीन टी मिलकर हरा सकते हैं। पहला यह कि चीन के साथ ट्रेड खत्म कर दिया जाए और चीनी सामानों का बहिष्कार किया जाए, दूसरा तिब्बत की पूर्ण स्वतंत्रता और ताइवान को पूरा सपॉर्ट। अमेरिकन इंडिया पब्लिक अफेयर्स कमिटी के प्रेजिडेंट जगदीश सेवहानी नग्न आक्रमकता के लिए चीन पर बरसे। सेवहानी ने एएनआई से बात करते हुए कहा, ”जब दुनिया पिछले छह महीने से कोरोना वायरस महामारी से लड़ रही है, पड़ोसियों और भारत के खिलाफ चीन की नग्न आक्रामकता स्वीकार्य नहीं है। चीन दुनिया पर दादागिरी जमाना चाहता है।