नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
प्रदेश सरकार बेशक प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाने का दावा कर वाहवाही लूट रही हो। लेकिन महेंद्रगढ़ से आकोदा मार्ग पर न तो सरकार का कोई ध्यान है और ना ही स्थानीय प्रशासन का। मात्र 18 किलोमीटर का सफर तय करने में वाहन चालकों को करीब 1 घंटे से भी ज्यादा समय लग जाता है। महेंद्रगढ़ से आकोदा तक का मार्ग लोगों के लिए हादसों का मार्ग बना हुआ है। सड़क पर बने गहरे गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं। जनवरी से नवंबर माह तक हुए हादसों में करीब 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
महेंद्रगढ़ से आकोदा वाहन चालकों के लिए हादसों का मार्ग
इसके बावजूद भी लोक निर्माण विभाग गड्ढों को भरने में अपनी रुचि नहीं दिखा रहा है। रही सही कसर इन गड्ढों में छोटे पत्थर डालकर पूरी कर दी है। केवल मात्र मिट्टी डालकर इन गड्ढों को भरा जा रहा है। अब इन गड्ढों में से पत्थर निकलकर वाहनों के शीशे तोड़ रहे हैं। प्रतिदिन लगभग आठ -दस गाड़ियों के शीशे टूट रहे हैं। प्रतिदिन कोई न कोई दुपहिया वाहन चालक सड़क में बने गहरे गड्ढों के कारण चोटिल हो रहे हैं। इस रोड पर प्रतिदिन गुजरने वाले यात्री सुनील यादव, सुरेश यादव, यशपाल शर्मा, दिनेश, महेश आदि ने बताया कि इन गड्ढों में रोडी के साथ-साथ तारकोल डालकर इन गहरे गड्ढों को जल्द से जल्द भरवाया जाए।
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