Jalandhar by-poll Update (आज समाज) चंडीगढ़ : प्रेदश में सबसे बड़े क्षेत्रीय दल शिरोमणी अकाली दल में आजकल कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। जहां लोकसभा चुनाव में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा वहीं अब पार्टी में नेतृत्व में बदलाव को लेकर भी मांग जोर पकड़ रही है। इसके चलते शिअद दो फाड़ होती नजर आ रही है। हालांकि बादल परिवार इस बात से पूरी तरह से इंकार कर रहा है कि पार्टी में ऐसा कुछ हो रहा है।
जबकि दूसरी तरफ पार्टी में चल रही आपसी फूट का असर जालंधर उपचुनाव में साफ दिखाई दे रहा है। इसी के चलते शिरोमणि अकाली दल के जिला प्रधान कुलवंत सिंह ने कहा कि वह जालंधर वेस्ट सीट से उम्मीदवार बनाई गई सुरजीत कौर का समर्थन नहीं करेंगे। क्योंकि इस उम्मीदवार का चयन बीबी जागीर कौर ने किया है। कुलवंत सिंह ने कहा कि बीबी जागीर कौर और पूर्व अकाली विधायक गुरप्रीत सिंह वडाला ने पार्टी से पूछे बिना सुरजीत कौर को उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में हम उक्त उपचुनाव में सुरजीत कौर का समर्थन नहीं करेंगे। सुरजीत कौर चुनाव में तकड़ी चिन्ह पर उतरेगी लेकिन अकाली दल बादल उसकी मदद नहीं करेगा।
117 नेताओं में से केवल 5 नेता सुखबीर बादल के खिलाफ
बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर ने नई दिल्ली में कहा कि शिरोमणि अकाली दल एकजुट हैं और सुखबीर सिंह बादल के साथ सिवाय पांच के सभी 112 नेता साथ खड़े हैं। हरसिमरत कौर ने कहा कि बीजेपी के कुछ पिट्ठू शिरोमणि अकाली दल को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। वे वैसा ही करना चाहते हैं, जैसा उन्होंने महाराष्ट्र में किया था।
अकाली दल के सभी नेता एकजुट हैं। 117 नेताओं में से केवल 5 नेता सुखबीर बादल के खिलाफ हैं जबकि 112 नेता पार्टी और सुखबीर बादल के साथ खड़े हैं। पंजाब से अकाली दल की इकलौती सांसद हरसिमरत कौर बादल ने संसद में कहा कि एक क्षेत्रीय पार्टी होने के नाते हमें संसद में थोड़ा ज्यादा समय मिले। उन्होंने कहा कि एक क्षेत्रीय पार्टी की इकलौती सांसद होने के नाते मैं पंजाब और पंजाबियों की आवाज उठाने के लिए यहां खड़ी हूं तथा उम्मीद करती हूं कि आप (स्पीकर ओम बिरला) छोटी पार्टियों का ख्याल रखें उनपर निगरानी रखें तथा मौका व आरक्षण दें। उन्होंने कहा कि हमें थोड़ा समय देकर प्रिंसिपल आॅफ डेमोक्रेसी को जिंदा रखें।