कहा, प्रदेश में मार्च, 2025 तक लगभग 90 लाख टन भंडारण सुनिश्चित करेंगे
Punjab CM News (आज समाज), चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रदेश के चावल मिल मालिकों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उनका स्थाई समाधान करने का विश्वास दिलाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मिल मालिकों की जो प्रमुख समस्याएं हैं उनमें से एक बड़ी समस्या केंद्रीय एजेंसियों द्वारा अनाज का उठान न करना है। जिसके चलते प्रदेश में अनाज भंडारण की समस्या बढ़ती जा रही है।
अनाज का उठान न होने के कारण नया अनाज खरीदने में मिल मालिक आनाकानी कर रहे हैं जिसका सीधा असर अनाज खरीद और मंडियों में अनाज के उठान पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे इस बारे में केंद्र सरकार से लगातार बातचीत कर रहे हैं। केंद्र सरकार का इस मामले में रवैया सकारात्मक है और जल्द ही प्रदेश से अनाज का उठान शुरू हो जाएगा। सीएम ने कहा कि प्रदेश में मार्च, 2025 तक लगभग 90 लाख टन भंडारण स्थान सुनिश्चित करेंगे।
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सीएम ने शनिवार को की थी मिल मालिकों से बैठक
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की ओर से शनिवार को बैठक करके शैलर मालिकों की सभी जायज मांगों को भारत सरकार के समक्ष उठाने का आश्वासन दिए जाने के बाद राज्य की मिलर्स एसोसिएशन ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया था। एसोसिएशन के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही भारत सरकार के समक्ष फसल के भंडारण की कमी का मुद्दा उठाया है, जिसके बाद केंद्र सरकार दिसंबर, 2024 तक राज्य में 40 लाख टन स्थान खाली करने और मार्च 2025 तक 90 लाख टन स्थान खाली करने पर सहमत हो गई है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इसके संबंध में गेहूं और धान की ढुलाई के लिए लिखित आश्वासन दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एफसीआई ने राज्य से इस महीने के अंत तक 15 लाख टन गेहूं और धान की ढुलाई की योजना पहले ही सौंप दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के स्वामित्व/किराए के गोदामों में 48 लाख टन गेहूं का भंडारण किया गया था और इसे मार्च 2025 तक हटा लिया जाएगा।
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