नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में राजनीतिक ड्रामें के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई थी और उसके बाद भाजपा ने सत्ता संभाली थी यह सब कांग्रेस के पूर्व नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने केबाद हुआ था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। मध्य प्रदेश में दो विधानसभा सीट पहले से ही खाली थी। वहां 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। अब भले ही कमलनाथ की सरकार मध्य प्रदेश में न हो लेकिन कमलनाथ के हौसले पस्त नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार को कहा कि वर्तमान सरकार तो एक ‘इंटरवल’ के समान है, ‘पिक्चर’ तो अभी बाकी है। कमलनाथ ने कहा, ”आज मतदाता इन 22 सीटों में समझ रहा है कि किस प्रकार का धोखा उनके साथ हुआ। किस प्रकार कांग्रेस के 22 विधायक लालच से (भाजपा में) गए।” उन्होंने इन उपचुनावों के बाद मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार का गिरने का दावा करते हुए कहा, ”जीतना तो छोड़िए, इनको उपचुनाव में मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब में कहा कि राज्य में आगामी समय में होने वाले 24 विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस कम से कम 22 सीटों पर विजय हासिल करेगी। एक अन्य सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले के विकास कार्यों के लिए जो निविदाएं हुई हैं, उनकी सरकार जांच करा ले, हमें कोई एतराज नहीं है।