भिवानी : सेवा, सुरक्षा सहयोग का नारा देने वाली पुलिस खुद अपने ही नारे पर नहीं कर रही कार्य : संजय परमार

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पंकज सोनी, भिवानी :
पुलिस कर्मचारियों पर अभद्र व्यवहार किए जाने का आरोप लगा उनकी बर्खास्तगी की मांग को लेकर जारी गौसेवकों का धरना मंगलवार को सातवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान गौसेवकों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए न्याय की गुहार लगाई। इस मौके पर गौरक्षा प्रधान संजय परमार ने कहा कि 24 जुलाई को एक गाड़ी में दो गाय बिना वैद्य दस्तावेज के हनुमानगढ़ से कलानौर क्षेत्र में ले जाई जा रही थी, जब गाड़ी को लेकर गौ सेवक बीटीएम चौकी में पहुंचे तो चौकी इंचार्ज रोहताश कुमार और एएसआई सुशील कुमार ने गाड़ी चालक से गाय से संबंधित वैद्य दस्तावेजों के बारे में तो पूछताछ की बजाए गौसेवकों से ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उसके बाद दिन में वैद्य दस्तावेज के बिना ही गाय से भरी गाड़ी को छोड़ दिया गया। इसी प्रकार 25 जुलाई को ब्रह्मा कॉलोनी में एक व्यक्ति द्वारा कुत्ते को मारकर अधमरा कर दिया गया, जब स्थानीय लोगों ने 112 नंबर पर पुलिस को बुलाया तो हवलदार संजय मौके पर पहुंचे तथा वहां मौजूद लोगों ने पहले उनको कुत्ते का इलाज कराने के लिए बोला तो हवलदार संजय ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि यह हमारा काम नहीं है। उन्होंने कहा कि वे पुलिस कर्मचारियों द्वारा किए गए अमानवीय व्यवहार तथा बीटीएम चौकी इंचार्ज एसआई रोहताश कुमार, एसआई सुशील कुमार और हवलदार संजय पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। संजय परमार ने कहा कि एक तरफ तो पुलिस प्रशासन सेवा, सुरक्षा, सहयोग का नारा देती है, वही जब लोग उनसे सहयोग मांगकर सहयोग की उम्मीद करते है तो वे अमानवीय व्यवहार करते हुए नागरिकों से अभद्र भाषा का प्रयोग करते है। उनहोंने कहा कि उन्होंने कहा कि घायल बेजुबान जानवरों की सुरक्षा करना इंसानियत की निशानी है, लेकिन पुलिस कर्मचारियों ने ऐसा न करके लोगों से अभद्र व्यवहार किया, जो कि कही भी इंसानियत को नहीं दशार्ता। उन्होंने कहा कि बीटीएम चौकी इंचार्ज एसआई रोहताश कुमार, एसआई सुशील कुमार और हवलदार संजय की बर्खास्तगी की मांग को लेकर धरने पर बैठे है तथा यदि उनकी मांग जल्द नहीं मानी गई तो वे अपना आंदोलन तेज करने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर शुभम मदान, दिग्विजय, कूकी परमार, रोहित राणा, बंसी, गोलू, धीरज, आकाश, मोनू राणा, भूरिया, नवीन ऊणिया आदि मौजूद रहे।