सिरसा के गांव चौटाला के लोग ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

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The people of Chautala village of Sirsa appealed to the Chief Minister regarding their demands.
The people of Chautala village of Sirsa appealed to the Chief Minister regarding their demands.

ईशिका ठाकुर,करनाल:

जिला सचिवालय के बाहर जबरदस्त ठंड के बावजूद खुले आसमान के नीचे आमरण अनशन पर बैठे

सिरसा के गांव चौटाला के लोग ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से लगाई गुहार, गांव चौटाला के ग्रामीणों का आमरण अनशन पहुंचा आज तीसरे दिन।सिरसा के गांव चौटाला के लोग अपने गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की नियुक्ति करने की मांग को लेकर करनाल जिला सचिवालय के मुख्य द्वार के सामने धरने पर बैठे हुए हैं धरने पर बैठे ग्रामीणों का आज तीसरा दिन है।

धरने पर बैठे ग्रामीणों का आज तीसरा दिन

धरना स्थल पर बैठी पूनम गोदारा का कहना है कि वह लगातार 21 दिनों से सामुदायिक केंद्र में बैठे रहे। उसमें दुकानदार भी शामिल थे। वह सड़कों पर भी उतरे, लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हुई। 21 दिसम्बर को उन्होंने करनाल के लिए कूच किया था। वह 12 दिन से पैदल चल कर करनाल पहुंचे थे। अनशन पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि करनाल पहुंचने से पूर्व उन्हें लगता था कि करनाल में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि मौजूद है और करनाल में कोई न कोई अधिकारी अथवा प्रतिनिधि उनकी मांगों को मुख्यमंत्री तक अवश्य पहुंचाएगा लेकिन आज तीसरे दिन भी उनकी बात सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है।

The people of Chautala village of Sirsa appealed to the Chief Minister regarding their demands.
The people of Chautala village of Sirsa appealed to the Chief Minister regarding their demands.

अनशन पर बैठी पूनम गोदारा का कहना है कि मुख्यमंत्री आवास के पास अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री के विधानसभा प्रतिनिधि संजय बठला ने भरोसा दिलाया था कि इस संदर्भ में तीन जनवरी की शाम तक मुख्यमंत्री से बात कराने का समय निर्धारित कर देंगे, लेकिन 6 जनवरी दोपहर तक उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया। जबकि संजय बठला के अनुसार मामले को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया है। जल्द संवाद कराया जाएगा। धरने में बच्चे, महिलाएं, जवान और बुजुर्ग भी बैठे हैं।

गत दो माह में चार नवजात बच्चों की गर्भ में हुई मौत

8 साल की छोटी बच्ची अवनी ने कहा कि चौटाला गांव सामुदायिक केंद्र में गत दो माह में चार नवजात बच्चों की गर्भ में मौत हुई है। अगर यह बच्चे जिंदा रहते तो बड़े होकर कुछ बनते गांव का निर्माण होता। लेकिन गांव में डॉक्टर के ना होने से उनकी मौत हो गई अवनी ने कहा कि जब सरकार अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति नहीं कर सकती तो ऐसे में अस्पताल बनाने की क्या आवश्यकता है। अवनी ने सरकार से गांव चौटाला के ग्रामीणों की मांग पूरी करने की गुहार लगाई।

3 दिन बीत जाने के बाद भी उनका कोई जवाब नहीं

वहीं अनशन पर बैठे किसान नेता राकेश फगोडि़या गांव चौटाला ने कहा कि पिछले 3 दिन पहले उनकी मुलाकात बहुत ही सौहार्दपूर्ण रूप में मुख्यमंत्री के विधानसभा प्रतिनिधि संजय बठला के साथ हुई थी उन्होंने विनम्रता के साथ उनकी बात को भी सुना था जिसके बाद उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह जल्द ही उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से करवाने का प्रयास करेंगे लेकिन आज 3 दिन बीत जाने के बाद भी उनका कोई जवाब नहीं आया है और न ही अब वह उनका फोन उठा रहे हैं।
राकेश ने फगोडि़या कहा कि गृहमंत्री अनिल विज ने उनकी बात को सुनते हुए 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया कमेटी के सदस्यों ने गांव में जाकर पीड़ितों से बात करते हुए रिपोर्ट तैयार करनी थी लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार कमेटी के सदस्यों ने किसी भी पीड़ित से कोई बात नहीं की बल्कि एक होटल के कमरे में बैठकर डॉक्टरों की बात सुनकर ही अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है अब उन्हें पूरा विश्वास है कि 6 सदस्य कमेटी के लोग भी उनकी बात को अब दबाने का प्रयास कर रहे हैं इस विषय पर भी मंत्री अनिल विज को गौर करना होगा और आज इसी संबंध में संघर्षरत नेताओं ने करनाल उपायुक्त अनीश यादव को ज्ञापन सौंपा है।

अनीश जी यादव ने भरोसा दिलवाया की जल्द ही समाधान करवाएंगे। संघर्षरत ग्रामीणों ने आज फिर एक बार संकल्प दोहराया की जब तक स्वास्थ्य केंद्रों की अव्यवस्था ठीक नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। संघर्षरत नेताओं ने कहा कि सियासी गलियारे इस संघर्ष को प्रभावित करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों की एकजुटता और संघर्ष के आगे राजनीतिक षड्यंत्र धरे रह जाएंगे।

गांव चौटाला के ग्रामीणों ने अपने अनशन को और मजबूत करने के लिए गांव के और लोगों को भी अनशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।

ये हैं ग्रामीणों की मांगें

  • चौटाला गांव के उप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित जिलेभर में 400 से अधिक नवजात व शिशुओं की गर्भ में मौत प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाए।
  • गांव के उप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूति रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ लगाने, एमबीबीएस के रिक्त पदों को भरने, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर लगाने सहित ऑपरेशन थिएटर व मोर्चरी को पुन: शुरू किया जाए।
  • आज धरना स्थल पर पूनम गोदारा तेजा खेड़ा, राकेश फगोडिया, अनिल बिश्नोई ओमप्रकाश मेघवाल जगदीश बिश्नोई अवनी सिहाग मुख्त्यार कौर कॉमरेड वीर सिंह सहित अनेक किसान नौजवान उपस्थित रहे हैं।

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