30 साल की रंजिश के चलते सेखा गुरुद्वारा के सेवादार ने दिया वारदात को अंजाम
अखिलेश बंसल, बरनाला:
बरनाला-धूरी सड़क पर स्थित गुरुद्वारा 9वीं पातशाही सेखा के ग्रंथी की सेवादार ने हत्या कर दी है। हत्यारा ग्रंथी के शव को रजवाहे में फेंक फरार हो गया है। घटना का पता चलते ही पुलिस ने मृतक ग्रंथी कुलदीप सिंह (56) पुत्र आत्मा सिंह निवासी सेखा के शव को डुल्ट-हंडियाया के पास से गुजरते रजवाहे से बरामद कर लिया है। सिविल अस्पताल की मोर्चरी में शव रखकर कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना शुक्रवार को तडकसार होने से पहले सुबह करीब 2 बजे घटी। जिसकी पुष्टि करते थाना सदर के प्रभारी एसआई जसविंदर सिंह ने बताया कि हत्यारोपी की पहचान दरबारा सिंह उर्फ भोला के नाम पर हुई है। हत्या का कारण मृतक ग्रंथी और हत्यारोपी के बीच 30 साल पुरानी रंजिश है।
यह था मामला
ग्रंथी कुलदीप सिंह के खिलाफ एक युवती के साथ नाजायज संबंधों का आरोप था। जिसको लेकर ग्रंथी कुलदीप सिंह का 30 साल पहले हत्यारोपी दरबारा सिंह नामक सेवादार के साथ झगड़ा हुआ था। किसी किस्म के बड़े विवाद से बचने के लिए वह कहीं बाहर चला गया था। वह कुछ दिन पहले ही अपने पिता की मौत होने की खबर सुन कर गांव सेखा पहुंचा था। शुक्रवार की सुबह होने से पहले ही समय करीब दो बजे ग्रंथी कुलदीप सिंह पाठ करने के लिए गुरुद्वारा जा रहा था। वहां पहले से ही घात लगाए बैठे भोला ने कुलदीप सिंह के बरछे मारना शुरू कर दिए। उसे 6 बार बरछे मार मौत के घाट उतार दिया। शव को खुर्द-बुर्द करने तथा सबूत मिटाने के लिए हत्यारोपी ने कुलदीप सिंह का शव पास से गुजरते रजवाहे में फेंक दिया और खुद फरार हो गया।
पुलिस ने ये की कार्रवाई
पुलिस को घटना की खबर सुबह होने पर मिली, जिसने ग्रंथी कुलदीप सिंह के शव की सर्च शुरू की। पानी का तेज बहाव होने से शव तैरते हुए करीब 8 किलोमीटर दूर जा पहुंचा। जिसे पुलिस ने हंडियाया के पास से गुजरते रजवाहे से बरामद किया। थाना सदर बरनाला की पुलिस ने मृतक के लडके वरिंदर सिंह के ब्यान पर हत्या की धारा के अंर्तगत मामला दर्ज कर हत्यारोपी की तलाश शुरू कर दी है।