आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। भूखो को भोजन, दिव्यांगों को व्हीलचेयर, जरूरत मन्दो को कपड़े, प्यासे को पानी ये है समाज सेवा संगठन की कहानी…..कोरोना काल हो या लॉकडाउन हो, हर बुरे समय पर समाज सेवा संगठन ने हाथ बढ़ाया है। लॉकडाउन में भोजन वितरण, सर्दियों में गर्म कपड़े वितरण, गर्मियों में वाटर कूलर लगाने, स्कूलों में वर्दी वितरण, जरूरत मंद बेटियों की शादी करवानी, दिव्यांगों को व्हीलचेयर, हाथ रिक्शा भेंट करनी, मीठे पानी की छबील लगानी, बच्चों के लिए झूला लगवाना, शिव भक्त कावड़ियों के लिए शिविर, किसी जरूरतमंद की जान बचाने के लिए इलाज करवाना, हर काम को समाज सेवा संगठन ने बहुत उत्साह के साथ आगे बढ़कर किया है। समाज सेवा संगठन 14 वर्षो से समाज सेवा करता आ रहा है। संगठन ने अपने नम्बर जारी किए थे, जिससे संगठन मेम्बर दिन रात समाज सेवा के कार्य में लगे रहते है।
हर तरह की सेवा में अहम भूमिका निभाता है संगठन
लॉक डाउन के दौरान घरों में आइसोलेट परिवारों को डोर टू डोर बहुजन खाद्य सामग्री वितरित की। संगठन की ओर से समय समय पर जरूरत मंद लड़कियों का कन्यादान कर शादी करवाना व शादी में सहयोग किया जाता गई। हर वर्ष स्कूलों में स्टेशनरी व वर्दी वितरण की जाती है। मीठे पानी की छबील लगाकर राहगीरों की प्यास बुझाने की सेवा। हर वर्ष शर्दियों में झुग्गी झोपड़ियों में बस्तियों में, फैक्टरियों में बच्चों औरतों व बुजुर्गों को गर्म कपड़े वितरित किए जाते हैं।
8 दिन के लिए कावड़ सेवा शिविर लगाया जाता है
हर वर्ष जी टी रोड़ पर शिव भक्तों के लिए 8 दिन के लिए कावड़ सेवा शिविर लगाया जाता है, जिसमें 24 घण्टे खाना, चाय, दूध, फल फ्रूट, चिकित्सा व रहने की व्यवस्था की जाती है। शिवरात्रि पर भी भण्डारा लगाया जाता है। जरूरत मंदों के इलाज में भी संगठन द्वारा मदद की जाती हैं। वहीं मण्डी के आस पास की कालोनी में पार्क न होने की वजह से बच्चे परेशान रहते थे उनके लिए झूला लगवाए। समय – समय पर जरूरत मंद दिव्यांगों को व्हीलचेयर व हाथ रिक्शा भेंट की गई।
वाटर कूलर अभियान
संगठन ने पानीपत में लेबर कॉलोनी, स्कूलों व आऊटर कालोनियों में जरूरत की जगह पब्लिक के लिए 27 वाटर कूलर लगवा रखे हैं, जिससे सभी को ठंडा पानी मिल सके। समय समय पर खराब पड़े वाटर कूलर की रिपेयरिंग भी करवाई जाती है। सेक्टर 8 में 5 वाटर कूलर बन्द पड़े थे और कंडम हालत में थे, जिससे वहां आने जाने वालो को पीने के पानी के लिए परेशान रहते थे। उनको रिपेयर करवाने का बीड़ा संगठन ने उठाया था और उसको पूरा किया।
जिनकी कोई देखभाल नहीं करता उनको रिपेयर करवाया जाता है
जहां भी शहर में वाटर कूलर लगे हुए हैं, जिनकी कोई देखभाल नहीं करता उनको रिपेयर करवाया जाता है। समाज सेवा संगठन के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने बताया कि वाटर कूलर लगवाने या रिपेयर करवाने के लिए संगठन के नम्बर 9812863034 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही संगठन द्वारा पब्लिक की समस्याओं को प्रशासन के आगे रखना व उसको हल करवाना ये सब कार्य करवाए जाते हैं।
22 वर्षो से अपनी बिटिया के जन्मदिन पर हर वर्ष लगाते हैं भण्डारा
समाज सेवा संगठन अध्यक्ष प्रवीन जैन ने बताया समाज सेवा उनको आशीर्वाद में मिली हुई है। वह 24 वर्षो से छोटी मोटी समाज सेवा करते आ रहे हैं और 22 वर्षो से अपनी बिटिया के जन्मदिन पर हर वर्ष भण्डारा लगाते है व समय समय पर अनाथ आश्रम झुग्गी झोपड़ी में व अपने निवास पर भण्डारा लगाते रहते है। प्रवीन जैन बताते है वो 14 वर्ष पहले जैन मुनि के दर्शन के लिए बड़ा गांव गए हुए थे। समाज सेवा वहां से आशीर्वाद में मिली फिर संगठन का गठन हुआ और समाज सेवा शुरू हो गई।
समाज सेवा ने अपनी रफ्तार पकड़ ली और मेम्बर जुड़ते गए
जैन ने बताया करीब 9 वर्ष पहले जैन मुनि सौरभ सागर महाराज पानीपत में आई हुए थे, उनसे समाज सेवा का ऐसा आशीर्वाद मिला कि समाज सेवा ने अपनी रफ्तार पकड़ ली और मेम्बर जुड़ते गए कारवाँ बढ़ता गया। जो भी समाज में काम करने की सोचते हैं, एक दम पूरा हो जाता हैं। बाबा भोलेनाथ की कृपा से कोई भी समाज सेवा के लिए कार्य करना होता है तो उसको पूरा करने के लिए बाबा अपने किसी भी भक्त को निमित्त बना देते है।
अपनी परवाह किए बिना लॉक डाउन के दौरान सेवा में जुटे रहे
बात 2 वर्ष पहले की है 18 मार्च 2020 को मेरा हार्ट का ऑपरेशन हुआ और 23 मार्च को छुटटी हुई और 25 मार्च को लॉक डाउन लगा और 27 मार्च से हमने लेबर कालोनियों व स्लीम बस्तियों में भोजन वितरण करना शुरू कर दिया था और दूसरे लोकडॉन में जब देखा महामारी फैल रही हैं। घरों में लोग आइसोलेट है और भोजन की परेशानी हो रही है। सोचा घरों में भोजन भिजवाना चाहिए। डॉक्टर से सलाह की तो डॉक्टर बोले आप हार्ट और शुगर पेशेंट हो आपको घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, लेकिन बाबा भोले की कृपा से अपनी जान की परवाह न करते हुए संगठन के नम्बर अखबारों में दिए।
जीवन अनमोल है, इसको व्यर्थ न गवाएं
जब तक मरीज ठीक नहीं हो गए सुबह नाश्ता, दोपहर को लंच, शाम को डिनर डोर टू डोर घरों में देकर आते थे। जिससे हम रहे न रहे, लेकिन कोई भूखा न रहे दिमाग में एक ही बात थी। हम घर में भी मर सकते हैं। अगर सेवा करते हुए मर भी गए तो कोई बात नहीं। हिम्मत औऱ पैसा देने वाले सब भोलेनाथ थे। जैन ने कहा कि मेरा मानना है नर सेवा ही नारायण सेवा है। मनुष्य जीवन को देवता भी तरसते है ये जीवन अनमोल है, इसको व्यर्थ न गवाएं। आगे भी संगठन की सभी सेवा जारी रहेगी।