नईदिल्ली। भारत-चीन के बीच एलएसी में तनाव बढ़गया है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच सोमवार को झड़प में दो जवान और एक अधिकारी शहीद हो गए। जिसके बाद स्थिति तनाव पूर्ण हो गई है। कांग्रेस ने लद्दाख की गलवान घाटी मेंहुए हिंसक टकराव में शहीद हुए भारतीय सैनिक और अधिकारी के संबंध में कहा कि यह घटना अस्वीकार्य है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार को इस मामले पर देश को विश्वास में लेना चाहिए और सभी राजनीतिक दलों को हालात की जानकारी देनी चाहिए। इस घटना पर पीएम मोदी ने मौन साध रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जा सकता। पिछले पांच दशकों में, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एक भी दुर्घटना या भारत-चीन सीमा पर हमारे सैनिक की शहादत नहीं हुई है। चीनी सेना के हाथों भारतीय सेना के एक अधिकारी और दो सैनिकों की शहादत पूरी तरह से अप्रत्याशित और अस्वीकार्य है।”पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ”यह गंभीर राष्ट्रीय चिंता का विषय है क्योंकि इसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। सरकार को तत्काल देश को विश्वास में लेना चाहिए।” उन्होंने कहा, ”संसदीय लोकतंत्र में सरकार से उम्मीद की जाती है कि वह राजनीतिक दलों को जमीनी स्थिति के बारे में जानकारी दे।”