Jhajjar News (आज समाज) झज्जर: झज्जर के डावला गांव निवासी शहीद कर्ण सिंह का शव वीरवार सुबह झज्जर पहुंचा। बादली बाईपास से काफिले में शव को गांव तक लाया गया। जैसे ही शहीद का शव गांव पहुंचा तो गांव के बस स्टैंड पर लोगों की भीड़ ने भारत माता की जय, कर्ण अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजाएमान कर दिया। शहीद के शव साथ भाई अर्जुन और भारतीय नेवी के जवान साथ थे। पार्थिव शव को सीधे एम्बुलेंस में घर ले जाया गया, जहां शव को देखकर मां सुमित्रा देवी और बहन बेसुध हो गई। मां और बहनों और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। पार्थिव शरीर को जैसे ही घर की बैठक में रखा तो मां और बहन उसे निहारती रही। हर किसी की आंखों नें आंसू थे। उसके बाद पार्थिव शरीर को तागे वाले तालाब पर लाया गया, जहां जवानों ने पहले मातमी धुन बजाई और उसके बाद हवाई फायर कर सलामी दी गई। पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़, विधायक कुलदीप वत्स, डीसी शक्ति सिंह सहित नेवी के साथ आए जवानों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि देने के बाद शहीद को अंतिम विदाई दी गई। शहीद को उसके भाई अर्जुन और 8 माह के बेटे हन्नी ने मुखाग्नि दी। इससे पहले नेवी के जवानों ने शहीद की मां सुमित्रा और भाई अर्जुन को तिरंगा सौंपा। अपने शहीद बेटे को मां सुमित्रा ने तीन बार जोर से पैर जमीन पर एक जवान की तरह अंतिम सलामी दी। मां की आंखों नें आंसू तो थे ही, साथ ही मां को अपने बेटे की कुबार्नी पर गर्व भी था। हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और झज्जर के विधायक कुलदीप वत्स ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीद की वीरता और देश के प्रति उनके समर्पण को सलाम किया। पूर्व मंत्री धनखड़ ने कहा कि शहीद ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है, और हम हमेशा उनके ऋणी रहेंगे। उनका बलिदान हमें प्रेरित करता रहेगा। विधायक कुलदीप वत्स ने भी शहीद के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की और कहा कि झज्जर का यह वीर सपूत हमेशा हमारी यादों में रहेगा। पूरा देश उनके बलिदान को कभी नहीं भुला पाएगा।