कहा-ऐसे शब्दों का प्रयोग अस्वीकार्य और अत्यंत निंदनीय
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा गत विश्वकर्मा डे पर गोहाना में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला पर की गई को लेकर छिड़ी बहस में कांग्रेस की सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा भी कूद पड़ी है। सैलजा ने मुख्यमंत्री के बयान की तीखी आलोचना की है। सैलजा का कहना है कि प्रदेश के मुखिया की भाषा सभ्य और शालीन होनी चाहिए। ऐसे शब्दों का प्रयोग अस्वीकार्य और अत्यंत निंदनीय है। मुख्यमंत्री नायब सैनी की रणदीप सुरजेवाला पर टिप्पणी पूरे दलित समाज का अपमान है। मुख्यमंत्री को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। एक ऊंचे ओहदे पर बैठे व्यक्ति को इस तरह की बाते कहना शोभा नहीं देती।
मुख्यमंत्री ने सुरजेवाला को कहा था सरकारी डूम
गौरतलब है कि एक नवंबर को नायब सैनी ने गोहाना में एक कार्यक्रम में रणदीप सुरजेवाला को सरकारी डूम कहा था, जिसके बाद कांग्रेस इसे दलितों का अपमान बता रही है। नायब सैनी बयान के बाद रणदीप सुरजेवाला ने भी सैनी पर पलटवार करते हुए कहा था कि एक एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री, नायब सैनी, अहंकार में चूर होकर डूम दलित समाज का अपमान कर रहे हैं। उन्हें अपना पीएम लगाने तक का अधिकार नहीं है।
कांग्रेस ने दिया देश को एक्सीडेंटल पीएम: धनखड़
वहीं रणदीप सुरजेवाला के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि सुरजेवाला के दिमाग में यह शब्द एक्सीडेंटल पीएम से आया है। जब सोनिया गांधी 2005 में पीएम बनने के लिए राष्ट्रपति भवन गईं और वह पीएम नहीं बन पाई तो मनमोहन सिंह पीएम बन गए और उन्हें एक्सीडेंटल पीएम कहा गया। इस पर एक्सीडेंटल पीएम फिल्म भी बन चुकी है। एक्सीडेंटल शब्द का इस्तेमाल कर सुरजेवाला ने अपनी ही पार्टी पर बैक फायर किया है, क्योंकि उनका जनाधार खत्म हो रहा है।
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