आईपीएल में अगर तेज़ गेंदबाज़ों की बात की जाए तो जिस टीम के पास फ्रंटलाइन भारतीय सीमर हैं, उसे ज़्यादा लाभ होगा। मुम्बई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद ऐसी ही टीमें हैं। मुम्बई को जहां बुमराह का लाभ होगा तो वहीं एसआरएच को भुवनेश्वर कुमार और टी नटराजन की मौजूदगी का फायदा होगा। वैसे भी ये दोनों सीमर काफी अच्छी फॉर्म में हैं। नटराजन की तो छवि ही टी-20 स्पेशलिस्ट की बन गई है। बाकी सिद्धार्थ कौल ने भी घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है।
मुम्बई इंडियंस के पास बुमराह के अलावा ट्रेंट बोल्ट और नाथन कूल्टरनाइल जैसे तेज़ गेंदबाज़ मौजूद हैं। बोल्ट को स्विंग से मदद मिली तो वह कहर बरपा सकते हैं। कूल्टरनाइल के पास पॉजीटिव बात यह है कि वह निचले क्रम में तेज़ी से रन बना सकते हैं। आरसीबी में मुझे मोहम्मद सीराज से काफी उम्मीद है। वह स्विंग का अच्छा फायदा उठा सकते हैं। नवदीप सैनी के पास केवल पेस है। उनको खिलाने का एक खतरा है। उन पर खूब रन भी पड़ सकते हैं। चेन्नई टीम में दीपक चाहर को छोड़कर कोई भी ऐसा तेज़ गेंदबाज़ नहीं है जिस पर भरोसा किया जा सके। ब्रावो और सैम ऑलराउंडर हैं और ये टीम तेज़ गेंदबाज़ी के मोर्चे पर जूझती हुई दिख सकती है।
राजस्थान रॉयल्स को जोफ्रा आर्चर की कमी खलेगी। मुस्ताफिज़ुर और बेन स्टोक्स पर यह अटैक निर्भर है। जयदेव उनादकर के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है। तेज़ गेंदबाज़ी के मोर्चे में यह टीम भी मुझे जूझती हुई दिखाई दे रही है। पंजाब टीम ने रिले मैडरिच को इतने महंगे दामों पर लिया है। उन्हें खेलते हुए देखा नहीं है लेकिन इस महंगे खिलाड़ी पर सबकी नज़र रहेगी। अगर शमी फिट हो जाते हैं तो वह इस टीम की बड़ी ताक़त साबित हो सकते हैं। बाकी अर्शदीप जैसे खिलाड़ियों पर बहुत भरोसा करना उचित नहीं होगा। क्रिस जोर्डन के प्रदर्शन पर ज़रूर सबकी नज़रें रहेंगी क्योंकि वह इंग्लैंड की ओर से टी-20 में निरंतर खेल रहे हैं।
दिल्ली कैपिटल्स की उम्मीदें कागिसो रबाडा और नोखिया पर टिकी हैं। दोनों विदेशी खिलाड़ियों से गेंदबाज़ी कराने का मतलब है टीम का बैलेंस खराब होना। हो सकता है कि इन दोनों को टीम रोटेट करके खिलाए। इस टीम में ईशांत शर्मा को प्लेइंग इलेवन मिलेगी, मुझे इसको लेकर संदेह है। बाकी उमेश यादव भी इस टीम में आ गए हैं। अनुभवी होने के अलावा वह लय में आ रहे हैं। मुझे उनको प्लेइंग इलेवन में खेलते देखना अच्छा लगेगा।
अतुल वासन
(लेखक टीम इंडिया के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ होने के अलावा क्रिकेट समीक्षक हैं)