Himachal News (आज समाज), शिमला : बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी, सोलन में निदेशक अनुसंधान व निदेशक विस्तार के पद को डेपुटेशन के आधार पर भरा गया है। अन्य राज्यों से प्रतिनियुक्ति पर इन पदों पर नियुक्त किए गए हैं। इनके वेतन ओर भत्तों पर 1 अगस्त 2022 से 31 जुलाई तक 1 करोड़, 67 लाख, 29 हजार 106 रुपए की राशि खर्च की गई है। वे विधायक संजय रतन द्वारा पूछे गए मूल और राकेश जम्वाल द्वारा पूछे गए अनुपूरक सवाल का जवाब दे रहे थे।
विधायक संजय रतन ने कहा कि जब हिमाचल में इन पदों के लिए पात्र लोग थे तो फिर बाहरी राज्यों से डेपुटेशन लाने की जरूरत क्यों पड़ी। इस पर, बागवानी मंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार के समय दो साल के लिए डेपुटेशन पर लाए गए थे। अब नौणी विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थिति ऐसी नहीं कि इन्हें यहीं पर रखा जाए। उन्होंने कहा कि इनकी डेपुटेशन को रद्द करने की प्रक्रिया जारी है।
वहीं, विधायक राकेश जम्वाल ने अनुपूरक सवाल किया कि जब सरकार ने अनुमति दी है तो क्या इन्हें हटाया जा सकता है। क्या इन के खिलाफ कोई चार्जेज है कि सरकार इन्हें हटाने जा रही हे। उन्होंने कहा कि नौणी विश्वविद्यालय ही नहीं, अन्य विभागों में भी इस तरह की डेपुटेशन है और हिमाचल से भी कई लोग अन्य राज्यों में डेपुटेशन पर है। इस पर बागवानी मंत्री ने कहा कि डेपुटेशन रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और जल्द उन्हें रिलीव किया जाएगा।