जल्द शुरू होगी स्कूल मर्ज की प्रक्रिया
Shimla News (आज समाज), शिमला : प्रदेश की मौजूदा सरकार शिक्षा का स्तर उठाने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है। जहां प्रदेश के स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने की तैयारी चल रही है। वहीं अब सरकार ने एक और अहम फैसला लेते हुए ऐसे करीब 700 स्कूलों को मर्ज करने का फैसला किया है जिनमें पांच से कम बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सरकार के इस फैसले से जहां अध्यापकों की कमी की समस्या को किसी हद तक दूर किया जाएगा। वहीं बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।
सरकार ने शिक्षा विभाग को इस बारे निर्देश भेज दिए हैं जिसके बाद शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। बीते दिनों शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विभागीय समीक्षा बैठक में स्कूल मर्ज करने के निर्देश दिए थे। ऐसे स्कूलों को पहले चरण में मर्ज किया जाएगा, जहां आसपास में भी स्कूल स्थित होंगे। इन स्कूलों के विद्यार्थियों और शिक्षकों को साथ लगते स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि ऐसे स्कूलों को पहले चरण में मर्ज किया जाएगा, जहां विद्यार्थियों की संख्या पांच से कम है। ऐसे स्कूल करीब 700 हैं। इनमें करीब 80 स्कूल ऐसे भी हैं, जहां एक भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया है।
बेहतर शिक्षा मुहैया कराना हमारा लक्ष्य
इस बारे में बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य बच्चों को बेहतर शिक्षा मुहैया करवाना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे बहुत सारे स्कूल हैं जहां पर मात्र कुछ बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों को जाना पड़ता है जबकि कुछ ऐसे स्कूल हैं जहां पर छात्रों की संख्या काफी है लेकिन वहां पर अध्यापक कम हैं। ऐसे में छात्र और अध्यापकों के अनुपात को सही किया जा सकेगा। जिससे शिक्षा का स्तर बेहतर होगा।