यमुनानगर: जिले को सरकार ने बनाया काला पानी: बतरा

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प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर:
कल दो घंटे की बारिश ने सरकार और प्रशासन के द्वारा हो रहे विकास की पोल खोलकर रख दी है। सरकार हर साल सफाई व्यवस्था के नाम पर करोड़ों खर्च करती और सफाई के स्थान पर कचरा नाले की दीवार पर या सड़क पर फेंककर चले जाते हैं, जिसके कारण बरसात होते ही सारा पानी गंदा होकर काला हो जाता है, जिससे सारे शहर में काला पानी ही देखने को मिलता है।
कहने को तो रोज नई नई स्कीम बनाकर सफाई का ढिंढोरा पीटा जाता है पर सफाई के नाम पर शहर की हर गली में कचरे के ढेर देखने को मिलते हैं। इसके अलावा खाली प्लाट भी कचरे का घर बने हुए हैं। शहर में जहाँ तहाँ कचरे के ढेर ही दिखायी पड़ते हैं
पानी निकासी के लिए हर वर्ष बड़े बड़े दावे किए जाते हैं। पर कुछ मिनट की बरसात में ही सारी पोल खुल जाती है। मैं सरकार से पूछना चाहता हूँ जितना पैसा सरकार ने पानी निकासी के लिए नालों व अन्य चीजों पर लगाया किसी कर्मचारी से बारिश के दिनों में उसका क्या फायदा हुआ इसके बारे में किसी ने मूल्यांकन किया।