Haryana News: हरियाणा में सरपंचों को मनाने में जुटी सरकार, ई- टेंडरिंग से नाराज़ चल रहे हैं सरपंच

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हरियाणा में सरपंचों को मनाने में जुटी सरकार, ई- टेंडरिंग से नाराज़ चल रहे हैं सरपंच
हरियाणा में सरपंचों को मनाने में जुटी सरकार, ई- टेंडरिंग से नाराज़ चल रहे हैं सरपंच

Haryana News, चंडीगढ़: हरियाणा में लोकसभा चुनावों के दौरान सरपंचों की नाराजगी झेलने वाली बीजेपी की नायब सैनी सरकार अब इन्हें रिझाने के लिए बड़े फैसलों पर मुहर लगाने की तैयारी कर रही है. सूबे के सरपंचों को अफसरों जैसा ट्रीटमेंट देने की योजना बनाई जा रही हैं. साथ ही, भत्ते में बढ़ोतरी की सौगात भी मिलेगी. इस पर जल्द- ही प्रस्ताव लाया जा सकता है.

ई- टेंडरिंग से नाराज़ चल रहे हैं सरपंच

बता दें कि हरियाणा में इसी साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सरपंचों को अपने पाले में करने के लिए सरकार प्रयासों में जुट गई है क्योंकि सरपंच ई- टेंडरिंग प्रणाली से नाराज़ चल रहे हैं. इसके अलावा सरपंचों को TA- DA में बढ़ोतरी की सौगात दी जाएगी. इसके बाद, अधिकारियों की तर्ज पर ही सरपंचों को विभागीय कार्यों के लिए 16 रूपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से TA- DA मिलेगा.

2 जुलाई को सीएम के साथ बैठक

वहीं, कोर्ट केस में सुनवाई पर जाने के लिए सरकार की ओर से सरपंचों को पहले से दोगुना पैसा मिलेगा. वर्तमान में सरपंचों को हाईकोर्ट के लिए 5 हजार रूपए और जिला कोर्ट के लिए 1100 रूपए शुल्क मिलता है लेकिन अब इसमें 5 गुना की बढ़ोतरी की जाएगी.

सूबे के पंचायत मंत्री महिपाल ढांडा ने बताया कि सरपंचों की सुविधाओं में इजाफा करने के लिए सरकार ने प्रस्ताव मांगा है. 2 जुलाई को कुरूक्षेत्र में सीएम नायब सैनी और सरपंचों के बीच एक बैठक का आयोजन होगा, जिसमें इसकी घोषणा की जा सकती है. उन्होंने बताया कि सरपंच लंबे समय से अतिरिक्त शुल्क में बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे.

CM- मंत्री आने पर मिलेगा दोगुना पैसा

महिपाल ढांडा ने बताया कि सीएम और मंत्रियों के गांव के दौर पर खर्च होने वाली राशि में भी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया है. फिलहाल सीएम के दौरे पर सरपंचों को 5 हजार और मंत्री के गांव में आने पर खर्च राशि के रूप में 3 हजार रूपए मिलते हैं, लेकिन अब CM के दौरे पर 30 से 50 हजार रूपए और मंत्री के दौरे पर 20 से 25 हजार रूपए देने का प्रस्ताव है. बता दें कि पंचायत मंत्री महिपाल ढांडा इन दिनों आपकी सरकार- आपके द्वार कार्यक्रम के तहत गांव- गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं.