इशिका ठाकुर,करनाल:
करनाल की नई अनाज मंडी में आज किसानों की महापंचायत हुई। इस महापंचायत में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों को संबोधित किया और अपनी मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि जब तक सरकार गन्ने के रेटों में बढ़ौतरी नहीं करती है उनका प्रदर्शन यू हीं जारी रहेगा।
किसान नेता गुरनाम सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि किसान बीते छह दिनों से गन्ने के दामों में बढ़ौतरी की मांग को लेकर सडकों पर प्रदर्शन कर रहे है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। आज करनाल में किसानों ने महापंचायत की। जिसमें उपायुक्त अनीश यादव भी पहुंचें थे। जिन विधायकों की कमेटी गन्ना रेट बढ़ौतरी को लेकर बनाई गई थी, उनके साथ मीटिंग करवाई जाएगी।
हरियाणा आज रेटों में पिछड़ चुका है
जिसके लिए 16 जनवरी तक का समय दिया गया है। यदि 16 को गन्ने के रेट बढ़ जाते है तो ठीक है, वरना 17 को छिलाई बंद कर दी जाएगी और 20 को मिल बंद कर दिए जाएंगें। उन्होंने बताया कि गन्ने का रेट अभी 362 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है। जबकि सरकार ने वायदा किया था कि 8 सालों में गन्ने के रेट दो गुने हो जाएंगें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पंजाब में गन्ने के रेट बहुत ज्यादा है और हरियाणा आज रेटों में पिछड़ चुका है। शुगर मिल बंद किए जाने के सवाल पर चढूनी ने कहा कि जब मिल बंद होते है तो किसानों को भी नुकसान होगा और सरकार को भी नुकसान होगा। क्योंकि जब लड़ाई होती है तो उसमें पतासे नहीं बटतें। किसानों ने महापंचायत में फैसला ले लिया है, कि सरकार उनको मांगों के अनुरूप गन्ने का भाव नहीं देती है तो वे गन्ने को आग लगा देंगे, लेकिन मौजूदा भाव पर गन्ना नहीं बेचेंगे।
उपायुक्त अनीश यादव
जिला उपायुक्त अनीश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गन्ने के रेटों को निर्धारित करने के लिए सरकार ने विधायकों की एक कमेटी गठित की हुई है और वही कमेटी गन्ने के रेटों का निर्धारण करेगी और अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजेगी।
इस मौके पर रामपाल चहल,अजय राणा, मनजीत चौगावा, सुरेंद्र,संजू, कर्म सिंह,अशोक, हरपाल,महाविर आदि रहे मौजूद।
ये भी पढ़ें : बेरोजगारों की बारात का न्योता देने महेंद्रगढ़ पहुंचे नवीन जयहिंद
ये भी पढ़ें : विधवा प्रकोष्ठ की त्रैमासिक बैठक आयोजित
ये भी पढ़ें : जानिये कैसे बनाएं स्वादिष्ट स्मोक्ड डक ब्रेस्ट