भर्ती घोटाला, बेरोजगारी, महंगाई व किसानों के मुद्दों को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों का पैदल मार्च

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आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़:
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा तक पैदल मार्च करते हुए रोष प्रदर्शन किया। पार्टी विधायकों ने पेपर लीक घोटाले, किसानों पर अत्याचार, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और अपराध के मुद्दों को लेकर भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस विधायक अपने साथ घोटालों की भरमार है, भाजपा-जजपा सरकार है, पेपर लीक की गोल्ड मेडलिस्ट सरकार, किसानों पर दर्ज केस वापस लो जैसे नारे लिखी तख्तियां और गुब्बारे लेकर आए थे।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार शराब, रजिस्ट्री, खनन, बिजली मीटर और धान खरीद समेत तमाम घोटालों को दबाने की कोशिश कर रही है। इसी तरह सरकार भर्ती पेपर लीक घोटाले को भी रफा-दफा करना चाहती है। लेकिन कांग्रेस की मांग है कि इस मामले की हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच होनी चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि जनहित के मुद्दों को लेकर सड़क से सदन तक जनता की आवाज उठाना विपक्ष की जिम्मेदारी है, लेकिन सरकार नहीं चाहती कि विपक्ष जनता के मुद्दों को सदन में उठाए। इसलिए पैदल मार्च कर रहे कांग्रेस विधायकों को विधानसभा से दूर पहले ही बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की गई। इतना ही नहीं पुलिस कर्मियों ने नेता प्रतिपक्ष और विधायकों के साथ धक्का-मुक्की भी कई। इसपर सभी कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई और सदन में विशेषाधिकार के उल्लंघन का नोटिस दिया गया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गठबंधन सरकार के घोटालों, आंदोलनरत किसानों, बेरोजगारी का दंश झेल रहे नौजवानों और बढ़ती महंगाई की मार झेल रही जनता के मुद्दों पर चर्चा के लिए विपक्ष के विधायकों ने कई स्थगन और काम रोको प्रस्ताव दिए हैं। लेकिन सरकार की मंशा विधानसभा चलाने की नहीं लगती, क्योंकि बीएसी की मीटिंग में 7 दिन की मांग के बावजूद मॉनसून सत्र की अवधि सिर्फ 3 दिन तय की गई है। इससे साफ है कि सरकार तमाम मुद्दों पर जवाब देने से भाग रही है।