HEADLINES : 

  • प्रकाश पर्क के लिए दिल्ली के गुलफाम में बनाया इस ओंकार
  • धार्मिक सौहार्द की मिसाल-दिल्ली से आए 26 मुस्लिम कारीगर
  • 12 अप्रैल से जुटने के बाद मुख्य गेट, स्टेज और बैक ड्रॉप तैयार

अनुरेखा लांबरा, पानीपत:
हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व समागम में हर धर्म और संप्रदाय के लोग योगदान दे रहे हैं। दिल्ली से आए कारीगर मोहम्मद गुलफाम पंडाल में सजाने के लिए इक ओंकार बनाया। वे अपने साथ 26 कारीगर लेकर आए थे। इन कारीगरों ने मुख्य गेट, स्टेज और बैक ड्रॉप का भव्य सेट बनाने का काम किया।

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18 से 19 घंटे तक जुटे रहे रोज

धार्मिक सौहार्द का संदेश दे रहा श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाशोत्सव

गुलफाम बताते हैं कि समागम के लिए यहां 12 अप्रैल को पहुंचे थे। उनकी टीम गुरु पर्व के लिए 18 से 19 घंटे तक काम कर रही है। गुलफाम के साथ लगे शरीफ, अकरम, नवाब अली, रिजवान और अयूब ने सबसे पहले लोहे का स्ट्रक्चर तैयार किया। यह स्ट्रक्चर उन्होंने मुख्य प्रवेश द्वार, स्टेज और बैक ड्रॉप के लिए बनाया। इसके बाद लकड़ी और थर्मोकोल से इसकी सजावट की है। पंडाल अद्भुत छटां बिखेरे इसके लिए अपनी पूरी रचनात्मकता उड़ेल दी थी।

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धार्मिक आयोजन में काम देता है सुकून

धार्मिक सौहार्द का संदेश दे रहा श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाशोत्सव

गुलफाम ने बताया कि वे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे सब जगह काम करते हैं। कभी किसी जागरण में इंटीरियर डिजाइनिंग कर रहे होते हैं तो कभी गुरुपर्व के अवसर पर समारोह स्थल सजा रहे होते हैं। इन आयोजनों में काम करने से एक अलग ही सुकून मिलता है। ऐसी जगह काम करके आत्मिक शांति का अनुभव होता है। हम सभी को धार्मिक और साम्प्रदायिक सौहार्द का परिचय देना चाहिए।

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स्वास्थ्य की जांच मुफ्त जांच कर रहे डॉक्टर

हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी के रविवार को आयोजित 400वें प्रकाश पर्व पर सरकार निगरानी कर रही है तो समाज का हर वर्ग अपने सामर्थ्य के अनुसार सहयोग दे रहा है। इसी कड़ी में पानीपत के डॉक्टर चाहे वे सरकारी हो प्राइवेट हो या जाने-माने अस्पतालों के विशेषज्ञ हों, ने भी मोर्चा संभाला हुआ था। यहां आने वाली साध-संगत की जांच पानीपत के डाक्टर कर रहे थे। ये भी घोषणा थी कि आवश्यक हुआ तो समागम के बाद इलाज का खर्च भी उठाएंगे।

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