नई दिल्ली। आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 का चैंपियन इंग्लैंड बन चुका है। अब सभी क्रिकेट खेलने वाले देशों की निगाहें अगले साल आॅस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर हैं। भारतीय टीम भी इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए पूरा जोर लगाएगी। रवि शास्त्री को दोबारा से टीम इंडिया का कोच चुन लिया गया है और अब उन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम की तैयारियों का खाका खींचना शुरू कर दिया है। रवि शास्त्री 2021 तक टीम के कोच रहेंगे। इस दौरान भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप दो टी-20 वर्ल्ड कप जैसे अहम टूर्नामेंट खेलने हैं।
रवि शास्त्री ने टीम इंडिया का दोबारा कोच बनने के बाद कहा है कि खिलाड़ी भविष्य की चुनौतियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं और उनका सामने करने के लिए उत्सुक भी हैं। टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारियों के मद्देनजर शास्त्री ने कहा कि इस प्रारूप में हम चौथे नंबर पर हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि हमने हालिया समय में अधिक टी-20 मैच नहीं खेले हैं। इस प्रारूप में हमारा काम जारी है और अभी बहुत काम किया जाना बाकी है। टीम इंडिया के कोच ने कहा कि अब 2020 और 2021 में लगातार दो साल टी-20 वर्ल्ड कप होना है और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का चरण शुरू हो चुका है। टी-20 क्रिकेट में हमें युवा खिलाड़ियों की दरकार है। टी-20 एक अलग तरह का खेल है और हम इसी हिसाब से भविष्य के लिए इसे देख रहे हैं।
मौजूदा वनडे प्रारूप के चार या पांच खिलाड़ी ही टी-20 टीम में फिट बैठ रहे हैं। ऐसे में हमें इसी बात को ध्यान में रखते हुए टीम तैयार करनी है। माना जा रहा है कि मौजूदा टीम में से विराट कोहली, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह ही अगले साल टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा होंगे। ऐसे में बाकी नए खिलाड़ियों को आजमाया जाएगा।
2018 में 10 से 12 खिलाड़ियों ने डेब्यू किया
टीम इंडिया की मजबूत बैंच स्ट्रेंथ का हवाला देते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि हम भविष्य की योजनाओं के हिसाब से प्रतिभाएं देख रहे हैं। जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, हार्दिक पंड्या, मयंक अग्रवाल और विजय शंकर जैसे खिलाड़ी यहां हैं और लगातार आगे बढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं। अकेले 2018 में करीब 10 से 12 खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया है।
पिछले दो साल में वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार को सबसे बड़ी निराशा बताते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि हमने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाया। हमने अन्य टीमों की तुलना में अधिक मैच जीते, लेकिन एक खराब दिन और एक खराब सत्र ने सब कुछ बिखेरकर रख दिया। जब रवि शास्त्री से पूछा गया कि ऐसे में जबकि रिटायरमेंट कटआॅफ उम्र 60 साल है तो वे दोबारा कोच क्यों बनना चाहते थे, उन्होंने कहा कि मुझे चुनौतियां पसंद हैं। यही एक चीज मुझमें आज तक नहीं बदली है। एक टीम जिसे आप में विश्वास है, आपको अपने साथ चाहती है ताकि हर किसी के बीच स्वस्थ माहौल बनाया जा सके।
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