पानीपत। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी राकेश चुघ ने कहा कि भाजपा नेताओं का दोहरा चरित्र सामने आया है। नगर निगम के पार्षद एक तरफ तो हाउस की मीटिंग में निगम में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते है और कई पार्षद तो नगर निगम आयुक्त का पानीपत से तबादले की मांग करते है। यहां तक की दो पार्षद तो भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए इस्तीफा भी दे देते है। नगर निगम आयुक्त का 7 मई को पानीपत से तबादला हो जाता है तो पानीपत की मेयर व 23 पार्षद मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आयुक्त का तबादला रद्द करवाने की मांग करते है।
भाजपा के पार्षद दोहरा चरित्र अपना रहे है
राकेश चुघ ने आरोप लगाया कि भाजपा की मेयर व पार्षद शहर की जनता को दिखाने के लिये एक तरफ तो हाउस की मीटिंग में निगम में फैले भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते है और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आयुक्त का तबादला रद्द करवाने की मांग करते है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा के पार्षद दोहरा चरित्र अपना रहे है। लेकिन पानीपत शहर की जनता भाजपा पार्षदों का सारा खेल समझ चुकी है और आने वाले चुनाव में भाजपा की मेयर व पार्षदों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। राकेश चुघ बृहस्पतिवार को रामायणी चौक स्थित रब दे बंदे संगठन के कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
निगम में सफाई के नाम पर करोड़ों का घोटाला
वहीं प्रेस कांफ्रेंस में राकेश चुघ ने पत्रकारों को वह लैटर दिखाया जोकि निगम की मेयर व 23 पार्षदों ने अपने हस्ताक्षर करके मुख्यमंत्री को आयुक्त आरके सिंह का तबादला रद्द करवाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा गया था। हालांकि मेयर व पार्षदों ने मुख्यमंत्री को गोपनीय पत्र लिखा था पर किसी ने उसी पत्र लीक कर दिया। वहीं शहर में अब इस बात को लेकर चर्चा है कि वह पत्र लीक किसने किया है। राकेश चुघ ने आरोप लगाया कि पानीपत नगर निगम में सफाई के नाम पर करोड़ों का घोटाला हो रहा है।
अधिकारियों की मिलीभगत
आरोप है कि इसमें भाजपा नेताओं व निगम अधिकारियों की मिलीभगत है और जब नगर निगम में करोड़ों का घोटाला हो रहा है तो भाजपा के सांसद व दोनो विधायक आखीर मौन क्यों है। जब सांसद व दोनो विधायक चुप है तो उनपर भी मिलीभगत के आरोप लग रहे है। राकेश चुघ ने कहा कि शहर की जनता सांसद व दोनो विधायकों से जवाब मांग रही है। उन्होंने कहा कि 2017-18 में पानीपत नगर निगम की सफाई का टेंडर करीब 58 लाख रुपए हर माह का था और 415 सफाई वाले कर्मचारियों का वेतन भी ठेकेदार ही देता था, लेकिन अब पानीपत शहर में सफाई के नाम पर करीब 7 करोड़ रुपए हर माह खर्च किए जाएंग। उन्होंने कहा कि 4-5 वर्ष पहले तक जब शहर की सफाई हर माह 58 लाख में हो जाती थी, लेकिन अब सफाई के नाम पर करीब 7 करोड़ रुपए खर्च क्यों किए जा रहे है।
सफाई के टेंडर की जांच सीबीआई से करवानी जानी चाहिए
आप की सरकार से मांग है कि पानीपत नगर निगम में सफाई के नाम पर कई करोड़ रुपए का घोटाला है और सफाई के टेंडर की जांच सीबीआई से करवानी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि शहर की सफाई का टेंडर 3.53 करोड़ रुपए में दिया जा रहा था और हंगामा हुआ तो उसको रद्द कर दिया गया। लेकिन अब कंपनी का नाम बदल कर उसी मालिक को सफाई का टेंडर 3.50 करोड़ रुपए प्रति माह का दिया जा रहा है। इसके अलावा निगम के करीब 500 सफाई कर्मचारियों को 1.25 करोड़ रुपए हर माह वेतन दिया जा रहा है। जबकि सेक्टरों की सफाई का करीब 48 लाख का अलग से टेंडर दिया गया है।
डोर टू डोर कूड़ा उठाने के नाम पर अलग से रूपए लिए जा रहे है
शहर से कूड़ा उठाने के नाम पर जीबीएम कंपनी भी करीब सवा से डेढ़ करोड़ रूपए हर माह वसुल रही है। कंपनी द्वारा शहर वासियों से भी डोर टू डोर कूड़ा उठाने के नाम पर अलग से रूपए लिए जा रहे है। राकेश चुघ ने बताया कि औसतन नगर निगम द्वारा हर माह सफाई पर अब करीब 7 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के सांसद, दोनो विधायक, मेयर व पार्षद अपने आप को ईमादार बतलाते है और बार-बार जीरो टोलरेंस की बात करते है।
15 दिन में जवाब नहीं दिया तो धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे आप कार्यकर्ता
राकेश चुघ ने कहा कि जब भाजपा के सभी नेता ईमानदार है तो 4-5 वर्ष पहले तक शहर की सफाई जब 58 लाख में हो जाती थी तो अब उस पर कुछ साल में खर्च बढक़र 7 करोड़ रुपए कैसे हो गया। यदि इस सारे मामले की सीबीआई से जांच करवाई जाए तो नगर निगम में सफाई के नाम पर करोड़ों का घोटाला सामने आयेगा। वहीं राकेश चुघ ने 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि इन दिनों में भाजपा नेताओं ने शहर की जनता को जवाब नहीं दिया तो आप के कार्यकर्ता शहर के लोगों को साथ में लेकर सांसद, दोनो विधायकों, मेयर व पार्षदों के आवासों के बाहर धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
निष्पक्षता से जांच हो जाए तो बहुत से लोगों पर शिकंजा कसे
राकेश चुघ ने आरोप लगाया कि नगर निगम में प्रॉपर्टी आईडी के नाम पर भी बहुत भ्रष्टाचार फैला हुआ है और यदि इसकी भी निष्पक्षता से जांच हो जाए तो बहुत से लोगों पर शिकंजा कसेगा। इस मौके पर आप के जिला उपाध्यक्ष जोनी चावला, जिला उपाध्यक्ष दीपक बग्गा, मोहित बग्गा, शंकर भंडारी, अर्जुन सिंंह, पवन कोहली, जतिन, यश, दिग्विजय राणा आदि मौजूद रहे।