नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
स्थानीय करेलिया बाजार में स्थित बाबा जयरामदास धर्मशाला में लाला ताराचंद मेहता परिवार की ओर से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा अमृत महोत्सव में तपोभूमि हरिद्वार से पधारे महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती जी महाराज ने कथा के चौथे दिन भगवान वामन अवतार,रामावतार एवं श्रीकृष्ण जन्म की कथा का वर्णन किया तथा मास्टर अमरसिंह सोनी के निर्देशन में बच्चों ने वामन अवतार एवं श्रीकृष्ण-वासुदेव की मनमोहक झांकियां भी पेश की। श्रीकृष्ण जन्म की कथा का वर्णन करते हुए गुरुजी ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म कंस की कारागार में भादो मास की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मध्य रात्रि के समय हुआ था। आगे चलकर भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी कंस का वध करके पृथ्वी को अत्याचारों से मुक्त किया तथा अपने माता-पिता को कारागार से छुड़वाया। अत: श्री कृष्ण जी हमारे पूज्य देव हैं। श्री गीता विज्ञान प्रचार समिति के प्रधान मुकेश मेहता ने बताया कि 6 सितंबर को होने वाली भागवत कथा में बच्चों के द्वारा श्री कृष्ण रुकमणी विवाह की मनमोहक झांकियां पेश की जाएगी तथा 7 सितंबर को श्री कृष्ण रुक्मणी एवं सुदामा चरित्र की झांकियां भी पेश की जाएगी ।
श्रीमद्भागवत कथा अमृत महोत्सव का समापन समारोह
8 सितंबर को प्रातः 8:15 पर हवन पूजन एवं गुरु पूजा के साथ श्रीमद्भागवत कथा अमृत महोत्सव का समापन समारोह मनाया जाएगा। इस अवसर पर हरीराम मेहता, विजय मेहता, मदन लाल सोलूवाला, बुद्धि प्रकाश वशिष्ठ, चेतन प्रकाश गौड, कृष्ण दत्त मास्टर, पवन नांगलिया, कृष्ण कुमार मेहता, बिशन दयाल सोहली वाले, दिनेश अग्रवाल, शिव चरण सर्राफ, अजय अग्रवाल, सुरेश राजस्थानी, श्याम लाल, रामचंद्र अग्रवाल, विश्वनाथ मिश्रा, हरीसिंह यादव, सुशील मेहता, मूलचंद शर्मा, राम प्रकाश शर्मा, दर्शन खुराना, सतीश बोहरा, प्रवक्ता अमरसिंह सोनी, राजेंद्र गौड़, राजेंद्र यादव, ओम प्रकाश चनेजा, अरविंद खेतान, सुनील कनोडिया, कृष्ण सोनी सहित अनेक भक्त गण उपस्थित थे।
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