कहा- फैसला वापस न लेने पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव से करेंगे शिकायत
Kurukshetra News (आज समाज) कुरुक्षेत्र: थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा ने गीता जयंती महोत्सव में बिंडे लेकर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा बाउंसर तैनात करने की कड़ी निंदा करते हुए चेतावनी दी है कि यदि इन बाउंसरों को नहीं हटाया गया तो इसकी शिकायत महामहिम राज्यपाल हरियाणा, मुख्यमंत्री नायब सैनी तथा प्रदेश के मुख्य सचिव से करेंगे। अरोड़ा केडीबी मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर उनके साथ लाडवा के पूर्व विधायक मेवा सिंह भी उपस्थित थे। मेवा सिंह ने भी गीता जयंती महोत्सव पर बाउंसर नियुक्त करने की कड़ी आलोचना करते हुए इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की। अरोड़ा ने कहा कि गीता जयंती एक धार्मिक उत्सव है। इस उत्सव में काले कपड़े पहने बिंडे लेकर बाउंसर तैनात करना शोभा नहीं देता, इससे पहले यह कभी नहीं हुआ।
बाउंसरों की तैनाती प्रशासन की विफलता का प्रतीक
बाउंसरों की तैनाती सरकार व पुलिस प्रशासन की विफलता का प्रतीक है। इससे यह संदेश जाता है कि पुलिस प्रशासन गीता महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह विफल है। केडीबी का यह फैसला सरकार को भी कटघरे में खड़ा करता है। अरोड़ा ने कहां की यदि केडीबी को प्राइवेट सुरक्षाकर्मी अगर तैनात करने थे तो किसी भी प्रतिष्ठित सुरक्षा एजेंसी से वर्दीधारी सुरक्षाकर्मी लेने चाहिए थे। वैसे तो हरियाणा सरकार के पास होमगार्ड के जवान भी है और अक्सर ऐसे मौकों पर जिला पुलिस बाहर के जिलों से भी पुलिस बुला लेती है, लेकिन केडीबी ने बिंडे वाले बाउंसर तैनात करके सारी मर्यादाएं तोड़ दी है।
एसपी कुरुक्षेत्र को नहीं लिया गया विश्वास में
विधायक अशोक अरोड़ा ने बताया कि जब उन्होंने इस मामले को लेकर एसपी कुरुक्षेत्र वरुण सिंगला से बातचीत की तो एसपी ने स्पष्ट रूप से कहा कि गीता जयंती महोत्सव में बाउंसर तैनाती के मामले में उनसे कोई सलाह नहीं ली गई। यह निर्णय अपने स्तर पर केडीबी प्रशासन द्वारा लिया गया है। अरोड़ा के अनुसार एसपी ने कहा कि पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है, यदि जरूरत पड़ी तो बाहर के जिलों से भी पुलिस बुलाई जा सकती है।
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