सचिन पायलट के जन्मदिन पर उमड़ी भीड़, समारोह में दिखा सियासी रंग

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आज समाज डिजिटल, जयपुर:
सचिन पायलट (Sachin Pilot) के जन्मदिन का समारोह सियासी रंग, सियासी ताकत और सियासी संदेश से सरोबार रहा है। मंगलवार को पायलट के बर्थ-डे पर उनको शुभकामनाएं देने के लिए राजस्थान के हर जिले, हर जाति और हर वर्ग के समर्थक जयपुर पहुंचे। समारोह में सिर्फ समर्थकों की भीड़ ही नहीं थी उनमें जोश और जूनून भी था। अपने नेता से मिलने की चाहत भी थी। भीड़ का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि जयपुर के सिविल लाइन की ओर जाने वाली सड़कें आधे तक दिन जाम रही। जोश ऐसा कि कोई जत्था चंग की थाप पर नाचते हुए तो कोई कालबेलिया नृत्य पर झूमते हुए पहुंचा। हर जत्थे का सियासी संदेश भी जाति, क्षेत्र और समुदाय के हिसाब से दिया गया।
नागौर से पहुंचे किसान समुदाय के समर्थकों ने पायलट को हल भेंट किया तो आदिवासी क्षेत्र से पहुंचे समर्थकों ने धनुष। इसी तरह हर जाति और क्षेत्र की पहचान के हिसाब से तलवार और फरसा जैसी भेंट भी दी गईं। संदेश साफ है कि सचिन पायलट सिर्फ गुर्जर समुदाय में नहीं राज्य के हर जाति और वर्ग में लोकप्रिय हैं। राज्य के हर जिले और इलाके से आई समर्थकों की भीड़ के जरिये पार्टी हाईकमान को पायलट गुट का संदेश था कि वे सिर्फ पूर्वी राजस्थान में ही नहीं बल्कि जाट बहुल पश्चिम राजस्थान से लेकर मेवाड़ में भी लोकप्रिय हैं।

मंच पर समर्थक विधायक भी खड़े नजर आए
सबसे अधिक भीड़ युवा समर्थकों की थी। इनमें कोई चांदी का मुकट लेकर पहुंचा तो कई जत्थे सचिन पायलट की पेंटिंग और पोस्टर लेकर आये। पायलट की ताकत हमेशा युवा ही रहे हैं। युवाओं की इस भीड़ ने भी संदेश दिया कि राज्य में कांग्रेस पार्टी युवा चेहरा पायलट ही हैं। उनके समकक्ष दूसरा कोई नहीं। शुभकामना लेने के दौरान पायलट के साथ मंच पर समर्थक विधायक भी खड़े नजर आए।

2023 में पायलट की अगुवाई में कांग्रेस जीत सकती है चुनाव
नागौर से आए समर्थकों के एक जत्थे के नेता ने कहा कि उनके दल में अधिकतर जाट युवा हैं। वे कहना चाहते हैं कि पायलट जाटों के बीच और पश्चिम राजस्थान में भी लोकप्रिय हैं। सचिन पायलट को अगर सीएम का चेहरा बनाया तो 2023 में पायलट की अगुवाई में कांग्रेस चुनाव जीत सकती है। सचिन पायलट के समर्थक राजेश चौधरी ने दावा किया कि राज्यभर से पहुंची समर्थकों की भीड़ दिखाती है कि पायलट ही राज्य में सबसे लोकप्रिय नेता हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पार्टी हाईकमान आज की तस्वीर देखकर पायलट को सत्ता और संगठन में भागीदारी पर जल्दी फैसला करेगी।

जमीनी ताकत सचिन पायलट के पास
सचिन पायलट के जन्मदिन का ये शक्ति प्रदर्शन ऐसे वक्त में हुआ है जब पार्टी हाईकमान की कोशिश के बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने न तो मंत्रीमंडल में फेरबदल किया है और न ही पायलट को सत्ता तथा संगठन में भागीदारी पर कोई फैसला किया। पायलट पिछले सप्ताह ही गहलोत के गढ़ जोधपुर गए थे। वहां एयरपोर्ट से लेकर सड़कों पर समर्थकों की भीड़ उमड़ी। फिर दौसा और अलवर में भी पायलट ने ऐसे ही भीड़ से अपनी लोकप्रियता की ताकत दिखाई। बंगलुरू दौरे के दौरान वहां भी एयरपोर्ट पर समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ की इस ताकत से पायलट पार्टी हाईकमान को साफ संदेश देना चाहते हैं कि जमीनी ताकत उनके पास है। ज्यादा देर तक उनकी अनदेखी नहीं की जा सकती है।