अगले छह साल में देश को मिल सकती है पहली सीजेआई 

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Supreme Court
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नई दिल्ली। भारत को अगले छह साल में  पहली महिला मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) मिल सकती है। सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने इसके लिए नौ नामों की सिफारिश की है और सीजेआई ने सरकार के पास ये नाम भेजे हैं जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। बता दें कि इन नामों में से कोई एक आने वाले समय में पहली महिला चीफ जस्टिस आफ इंडिया बन सकती हैं। सरकार को भेजे गए नामों में कर्नाटक उच्च न्यायालय (एचसी) से न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना का नाम भी शामिल है, जो अब पदोन्नत होने पर 2027 में देश की पहली महिला सीजेआई बन सकती हैं। उनके अलावा, पांच सदस्यीय कॉलेजियम द्वारा चुनी गई अन्य दो महिला न्यायाधीशों में न्यायमूर्ति हिमा कोहली, तेलंगाना एचसी की मुख्य न्यायाधीश और न्यायमूर्ति बेला त्रिवेदी, गुजरात एचसी में न्यायाधीश शामिल हैं। कॉलजियम द्वारा दिए गए बाकी नामों में नामों में जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका (कर्नाटक एचसी के मुख्य न्यायाधीश), विक्रम नाथ (गुजरात एचसी के मुख्य न्यायाधीश), जितेंद्र कुमार माहेश्वरी (सिक्किम एचसी के मुख्य न्यायाधीश) , सीटी रविकुमार (केरल एचसी में न्यायाधीश) और एमएम सुंदरेश (केरल एचसी में न्यायाधीश) शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट में कॉलेजियम में उखक एनवी रमना, और जस्टिस उदय यू ललित, एएम खानविलकर, धनंजय वाई चंद्रचूड़ और एल नागेश्वर राव शामिल थे।