चंडीगढ़। श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर मुख्य समागम को मनाने के लिए आ रही रुकावट को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को पहल करते हुए सुल्तानपुर लोधी में 11 व 12 नवंबर को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की सरप्रस्ती अधीन समागम कराने की पेशकश दी है। मुख्यमंत्री ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ फोन पर बातचीत की जबकि उनके मंत्रिमंडल के दो साथी चरनजीत सिंह चन्नी और सुखजिंदर सिंह रंधावा राज्य सरकार की यह पेशकश लेकर जत्थेदार साहिब को भी मिले।
इसके बाद दोनों मंत्रियों ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को मुख्यमंत्री ने जत्थेदार साहिब को अपील की थी कि वह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को निर्देश दें कि वह अधिकारित समागम को कराने में सहयोग दें, जिससे अलग स्टेज सजाने के लिए संगत के पैसे में से खर्च किए जा रहे 12-15 करोड़ रुपए व्यर्थ न जाएं जबकि राज्य सरकार द्वारा पहले ही इस ऐतिहासिक दिवस के मौके पर जरूरी ढांचा तैयार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि दो स्टेजों से करवाए जाने वाले विभिन्न समागम संगतों के लिए भी उलझने डालेंगे। राज्य सरकार की पेशकश के अनुसार मुख्य समागम के दौरान किसी को भी कोई राजसी भाषण करने की इजाजत नहीं होगी। इस समागम के दौरान स्टेज पर सिर्फ पांच तख्तों के जत्थेदार, दरबार साहिब का हेड ग्रंथी, प्रधानमंत्री (या केंद्र सरकार का कोई एक सीनियर नुमाइंदा), पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, मुख्यमंत्री और शिरोमणि कमेटी के प्रधान बैठेंगे।