- अब कंप्यूटर से हो सकेगी दिमाग में हो रही हलचल की जांच, घबराहट तथा बेचैनी की भी ली जा सकेगी जानकारी,
इशिका ठाकुर, करनाल:
मानसिक तनाव तथा नशे के आदी मरीजों के दिमाग में होने वाली एक्टिविटी के स्तर की जांच के लिए करनाल के नागरिक अस्पताल में एक अनूठी पहल की गई है इसमें मानसिक तनाव से ग्रस्त तथा नशे के आदि मरीजों के दिमाग की एक्टिविटी को कंप्यूटर से जांचा जाएगा। जांच में बेचैनी, घबराहट, अवसाद के स्तर का पता किया जाएगा। जिसके बाद डीप मेडिटेशन के माध्यम से उनको उपचार दिया जाएगा। इसमें चिकित्सकों का प्रयास रहेगा कि मरीज की दवाई छूट जाए और वह प्राकृतिक रूप से ठीक हो जाए। इस उपचार की शुरूआत नागरिक अस्पताल में डीप मेडिटेशन ट्रेनिंग के साथ हो चुकी है। शुक्रवार को आयुष विभाग की महानिदेशक डा. संगीता द्वारा सात दिवसीय डीप मेडिटेशन ट्रेनिंग का शुभारंभ किया गया।
मरीजों को दवाइयों से मिलेगा छुटकारा
उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान मरीजों के जीआईडी-7, हर्ट और ब्रेन की वेव आदि की जांच की गई। इससे पता चला कि मरीज को कितनी बेचैनी, अवसाद या घबराहट आदि है। उनको मेडिटेशन करवाया गया। उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मरीजों को डीप मेडिटेशन ट्रेनिंग दी जाएगी। संभव है कि ट्रेनिंग से मरीज की बेचैनी, अवसाद या घबराहट की दवाइयां छूट जाएंगी और वह प्राकृतिक तरीके से ही ठीक हो सकेगा। डा. मनन गुप्ता ने ये भी बताया कि सात दिवसीय ट्रेनिंग के बाद नागरिक अस्पताल में डीप मेडिटेशन को सुचारु रूप से किया जाएगा। मरीजों की दवाई छुड़वा कर उन्हें राहत दिए जाने का प्रयास किया जाएगा। उनकी सभी जांच निशुल्क की जाएगी।
युवाओं में मानसिक तनाव और डिप्रेशन का बड़ा कारण रोजगार की कमी
मानसिक तनाव के कारणों पर जानकारी साझा करते हुए नागरिक अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनन गुप्ता ने कहा कि आजकल परिवार के सदस्यों की संख्या लगातार कम होती जा रही है इसके साथ-साथ लोगों के खान-पान, रहन-सहन व काम करने के तौर-तरीकों में हुए बदलाव के कारण तथा सामाजिक रिश्तो में आ रहे असंतुलन, पारिवारिक झगड़ों के कारण लोगों में तनाव की गंभीर समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके कारण अक्सर लोग नशे तथा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। युवाओं में मानसिक तनाव और डिप्रेशन का बड़ा कारण रोजगार की कमी अथवा काम से असंतुष्टि, बढ़ता कंपटीशन भी इसका कारण है।
आजकल मोबाइल के अधिक प्रयोग करने व ऑनलाइन माध्यमों के कारण शारीरिक व्यायाम में हो रही कमी भी तनाव का बड़ा कारण बनता जा रहा है। डॉ मनन गुप्ता ने कहा कि डीप मेडिटेशन ट्रेनिंग मानसिक तनाव के मरीजों के लिए काफी कारगर साबित होगी।
यह भी पढ़ें – परिवारिक मनमुटाव के चलते पति ने अलग रह रही पत्नी को बेटी के जन्मदिन के गिफ्ट देने के लिए बलाचौर बुलाया किया कत्ल
यह भी पढ़ें – महेंद्रगढ़ सदर थाना प्रभारी ने पशु व्यापारियों व ग्रामीणों के साथ की बैठक
यह भी पढ़ें : विकास कार्यों के बारे में समीक्षा बैठक आयोजित