चंडीगढ़ (आज समाज )। पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल ने आज चंडीगढ़ में आज के दौर में महिलाओं को सामाजिक बुराइयों संबंधी मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए मीडिया कर्मियों से बातचीत की। गिल ने महिलाओं की सुरक्षा और समाज विरोधी तत्वों के प्र•ााव को कम करने में मीडिया द्वारा नि•ााई जा सकने वाली महत्वपूर्ण •ाूमिका पर जोर दिया।
मीटिंग के दौरान गिल ने मीडिया द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए की जाने वाली कई अहम पहलकदमियों पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि मीडिया घरेलू हिंसा, यौन शोषण और लैंगिक असमानता जैसे गं•ाीर मुद्दों को उजागर करके लोगों को जागरूक कर सकता है ताकि महिलाओं की सुरक्षा और •ालाई को सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्टें महिलाओं के हितों की रक्षा और सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण •ाूमिका नि•ााती हैं।
गिल ने रोपड़ और अमृतसर की जेलों के दौरे संबंधी अपने अनु•ाव •ाी साझा किए, जहां उन्हें ऐसे युवाओं के मामलों का पता चला जिन्होंने उपयुक्त दस्तावेजों के बिना ही नौकरियां प्राप्त की थी और अब खुद को कंपनियों के धोखे का शिकार महसूस कर रहे है। नौकरी के अनुबंध या नियुक्ति पत्रों के बिना, कर्मचारी अक्सर ही धोखे का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने ऐसे हालातों के कारण पहले ही जेलों में बंद कई लड़कियों की चिंताजनक स्थिति को उजागर करते हुए मीडिया से इन मुद्दों पर सक्रियता से रिपोर्ट करने की अपील की ताकि युवा पीढ़ी इससे सही सबक ले सके।
मीडिया की •ाूमिका पर चर्चा करने के साथ-साथ श्रीमती गिल ने माता-पिता से अपील करते हुए कहा कि बेटियों को पूरी तरह सुरक्षित महसूस करवाने के लिए यह जरूरी है कि माता-पिता बेटियों के साथ दोस्ताना व्यवहार करें। समारोह में पंजाब राज्य बाल अधिकार आयोग के डिप्टी डायरेक्टर राजविंदर सिंह गिल द्वारा •ाी विचार प्रस्तुत किए गए। इस दौरान पंजाब राज्य महिला आयोग की डिप्टी डायरेक्टर रुपिंदर कौर सहित वि•िान्न मीडिया कर्मी •ाी उपस्थित थे।