गगन बावा, गुरदासपुर:
कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान का शहर में व्यापक असर देखने को मिला। शहर के बाजार पूरी तरह बं रहे। जगह-जगह किसान रैलियां निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए दिखाई दिए। शहर के बाटा चौक, तिब्बड़ी चौक, सदर बाजार, गीता भवन रोड, जेल रोड, कालेज रोड आदि में दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। हर और सन्नाटे को चीरती किसानों की नारेबाजी की गूंज सुनाई देती रही। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया था।
टोलियां बनाकर घूमते रहे किसान :
भारत बंद को सफल बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के वर्कर जिले भर में टोलियां बनाकर घूमते रहे। जहां कहीं भी कोई दुकान या प्रतिष्ठान खुला नजर आया उसे उसी समय बंद करा दिया गया। कृषि कानूनों के अलावा किसानों ने पेट्रोल डीजल की दरों में वृद्धि का विरोध किया। बंद के दौरान जिला प्रशासन के आला अधिकारी जिले में हर गतिविधि पर नजर बनाए रखे थे। जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात की गई थी।
ग्रामीण इलाकों में स्कूल भी कराए बंद :
किसान यूनियनों के सदस्य सारा दिन सड़कों पर टोलियां बनाकर घूमते दिखाई दिए। ग्रामीण इलाकों में खुले सरकारी स्कूल तक किसानों ने बंद करा दिए। यही नहीं और भी कोई संस्थान खुलने नहीं दिया गया।
डीसी को कोसते दिखे मुलाजिम :
सबसे ज्यादा परेशानी सरकारी मुलाजिमों को झेलनी पड़ी। बसें न चलने के कारण मुलाजिमों को ड्यूटी पर पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालत यह रही कि किसानों की ओर से सड़कें जाम करने के कारण निजी वाहनों में भी चलने में परेशानी हुई। ग्रामीण इलाकों में ड्यूटी के लिए बामुश्किल पहुंचे टीचरों को भी किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। डीसी ने सरकारी अदारों और स्कूलों को बंद रखने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया था, जिसके चलते मुलाजिम डीसी को कोसते दिखाई दिए।