तेहरान। ईरान द्वारा जब्त किए गए एक टैंकर को बंदर अब्बास बंदरगाह से रवाना कर दिया गया है। इस टैंकर पर ब्रिटेन का झंडा लगा हुआ है । होरमजगन प्रांत के बंदरगाह एवं समुद्री संगठन के महानिदेशक अल्लाह मुराद अफीफीपुर ने बताया, ‘‘ब्रिटिश टैंकर स्टेना इंपेरो की मार्ग में मछली पकड़ने वाली एक नौका से टक्कर हो गई थी और कानून के मुताबिक दुर्घटना के बाद कारणों की जांच जरूरी होती है।’’ फार्स संवाद समिति ने अफीफीपुर के हवाले से कहा है कि स्वीडन के मालिकाना हक वाले टैंकर स्टेना इंपेरो में, ‘‘चालक दल के 23 सदस्य हैं और वे सभी पोत पर ही हैं।’’ पोत के कैप्टन के अलावा चालक दल के 18 सदस्य भारतीय हैं। शेष सभी फिलीपीन, लाताविया और रूस के हैं।
टक्कर के बाद मछली पकड़ने वाली नौका पर सवार लोगों ने, ‘‘ब्रिटिश पोत से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब ब्रिटिश पोत ने मछली पकड़ने वाली नौका को जवाब नहीं दिया तो उन्होंने कानूनी प्रक्रियाओं के मुताबिक होरमोजगन बंदरगाह और समुद्री कार्यालय को अवगत कराया।’’ ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने शुक्रवार को कहा था कि स्टेना इंपेरो को ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों’’ को तोड़ने के लिए होरमुज जलसंधि में जब्त कर लिया गया था। ब्रिटेन ने कहा था कि ईरान ने खाड़ी में दो पोतों को जब्त किया है। हालांकि, एक तेल टैंकर की ब्रिटिश कंपनी ने बताया कि सशस्त्र कर्मी इस पर कुछ समय के लिए सवार हुए थे पर बाद में इसे जाने दिया और चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित एवं ठीक हैं।