आज समाज डिजिटल, बिलासपुर:
जिला स्तरीय 75वां स्वतंत्रता दिवस समारोह बिलासपुर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि शिक्षा, भाषा, कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने ध्वजारोहण किया और पुलिस बल, होमगार्ड, नेवल विंग द्वारा प्रस्तुत भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। इससे पूर्व, उन्होंने आजादी के अृमत महोत्सव के सन्दर्भ में शपथ दिलाई तथा चंगर स्थित शहीद स्मारक में माल्यार्पण कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि हम सभी उन वीर सपूतों को नमन करते हैं, जिन्होंने देश की आजादी के लिए कड़ा संघर्ष किया और कुर्बानियां दी। उन्होंने कहा कि इस छोटे से पहाड़ी प्रदेश के वीर सपूतों ने भी स्वाधीनता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर की धरती पर स्वतंत्रता से पहले के 5 वीरता पुरस्कार विजेता हैं, जिनमें से 1 विक्टोरिया क्रॉस तथा 1 जॉर्ज क्रॉस विजेता हैं। विक्टोरिया क्रॉस विजेता कैप्टन वीर भंडारी राम और शहीद नायक किरपा राम को बहादुरी पुरस्कार जॉर्ज क्रॉस प्राप्त हुआ। बिलासपुर से परमवीर चक्र विजेता सूबेदार संजय कुमार जैसे वीर योद्धा हुए। सूबेदार संजय कुमार ने ”आॅपरेशन विजय” के दौरान दुश्मनों को लोहे के चने चबाए तथा उन्हें भारतीय सेना के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से अलंकृत किया गया।
गोविंद ठाकुर ने यह भी कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्षों में सरकार ने प्रदेश के चहुंमुखी विकास व लोक कल्याण की कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनता से सीधा संवाद स्थापित करने तथा जन शिकायतों का तत्काल समाधान करने के लिए जनमंच कार्यक्रम शुरू किया, जिसे प्रदेश में ही नहीं, देशभर में भी सराहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को घर बैठे ही अपनी समस्याओं का समाधान करवाने के लिए सुविधा प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 आरम्भ की गई है। इस हेल्पलाइन के तहत अब तक दो लाख 48 हजार शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से अधिकतर का निवारण किया जा चुका है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि सरकार ने शगुन योजना भी आरम्भ की है, जिसके तहत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की बेटियों को विवाह के समय 31 हजार रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि व बागवानी प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत 4,312 किसान लाभ उठा चुके हैं और करीब 150 करोड़ रुपए व्यय किए जा चुके हैं। प्राकृतिक खेती-खुशहाल किसान योजना के तहत एक लाख 18 हजार 504 किसान प्राकृतिक खेती अपना चुके हैं और लगभग 6,500 हेक्टेयर क्षेत्र पर प्राकृतिक खेती की जा रही है। नई राहें-नई मंजिलें योजना के तहत 200 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इस अवसर पर उन्होंने खेल क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए जगदीश कुमारी को कुश्ती के लिए, राजेन्द्र कौर तथा करुणा को कबड्डी के लिए नगद पुरस्कार राशि से सम्मनित किया गया। इस मौके पर मार्च पास्ट और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया।