नई दिल्ली। लोकसभा मे आज प्रदूषण को लेकर जोरदार चर्चा हुई। दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने संसद में दिल्ली के मुख्यमंत्री को प्रदूषण के लिए आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सीएम पराली को हमेशा प्रदूषण के लिए जिम्मेदार बताते हैं। दिल्ली में प्रदूषण 200 दिन चरम पर रहता है जबकि पराली केवल 40 दिन जलाई जाती है। प्रदूषण की मुख्य वजह वाहन हैं। उन्होंने कहा कि पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री खांसते थे और आज पूरी दिल्ली खांसती है। प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली में आॅर्ड-ईवन लागू किया गया और कारों को बंद कर दिया और टूव्हीलर चलते रहे। उन्होंने कहा कि 2004 में दिल्ली में 40 लाख वाहन थे और 2019 एक करोड़ दस लाख वाहन सड़कों पर आ गए। उन्होंने कहा कि दिल्ली की परिवहन व्यवस्था को ठीक नहीं कर पाई इसलिए लोगों ने टूव्हीलर खरीदे। दिल्ली में प्रदूषण की दूसरी सबसे बड़ी वजह सड़कों में जाम है। पांच साल में दिल्ली में एक भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। प्रवेश वर्मा ने कहा कि कांग्रेस की सीएम शीला दीक्षित ने जो सड़के बनाई थी, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक भी सड़क नहीं बनाई है। इतना ही नहीं इंडस्ट्रियल एरिया को लेकर कोई पॉलिसी नहीं बनाई जो प्रदूषण बढ़ने की एक बड़ी वजह है। इनके अलावा उन्होंने दिल्ली सीएम द्वारा विज्ञापनों पर कर रहे 600 करोड़ के खर्च पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सांसदों को अपने फंड से दो-दो करोड़ देने चाहिए ताकि एयर प्रयूरिफायर टावर लगाया जा सके और पानी साफ किया जा सके क्योंकि आप यहीं का पानी पीते हैं। प्रदूषण पर बहस के दौरान आप का एक सांसद बहस के दौरान मौजूद नहीं है। मैं भगवत मान से पूछना चाहता था कि पराली के बारे में आपका क्या कहा है। पराली उस क्षेत्र में सबसे ज्यादा जलाई जाती है जहां 34 विधायकों में से 19 विधायक आप के हैं।