बर्मिंघम। एशेज 2019 के पहले टेस्ट में मेजबान इंग्लैंड भाग्यशाली रहा। कप्तान जो रूट मैच के दूसरे दिन एजबेस्टन में जेम्स पैटिंसन की एक गेंद पर बोल्ड हो गए, लेकिन बेल्स नहीं गिरीं और उन्हें जीवनदान मिल गया। इसके बाद पारी के 21वें ओवर में पैटिंसन की ही एक गेंद पर रूट को आउट दे दिया गया। उस समय इंग्लैंड का स्कोर 53 रन पर एक विकेट था। जो रूट ने तत्काल रिव्यू लिया, तीसरे अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। यह साफ था कि गेंद बल्ले से लग कर स्टंप्स को लगी थी लेकिन बेल्स नहीं गिरीं और वह नॉट आउट रहे। पैटिंसन दुर्भाग्यशाली रहे। इससे पहले उन्होंने जेसन रॉय को 10 रन पर आउट किया। स्टीव स्मिथ ने उन्हें कैच आउट किया। इंग्लैंड का स्कोर सात ओवर में 22 रन पर एक विकेट था। जो रूट लंच के बाद 57 रन बनाकर पीटर सिडल का शिकार बने। उन्होंने 119 गेंदों की अपनी पारी में 6 चौके लगाए।
एशेज में बेल्स पंरपरागत लकड़ी की बनी हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय मैचों में, आॅस्ट्रेलिया में इलोक्ट्रानिक जिंग बेल्स का प्रयोग होता है। लेकिन जिंग स्टंप्स इंग्लैंड में हुए विश्व कप के दौरान विवादों में आईं। कई मौकों पर गेंद स्टंप्स पर लगने के बावजूद बेल्स नहीं गिरीं। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिंल ने यह दावा किया था कि ये बेल्स लकड़ी की बेल्स से भारी नहीं होतीं। यहां तक कि जिंग तकनीक के निर्माता भी इस बात को सही ढंग से नहीं बता पाए, लेकिन उन्होंने कहा, हल्की बेल्स केवल एक कारक है।