प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
शनिवार की दोपहर को गांव पलाका से रंजिशन पिस्तौल की नोक पर एक व्यक्ति द्वारा दिनदहाड़े अपहरण किए गए 3 साल के बच्चे को रादौर पुलिस ने धारूहेड़ा (रेवाड़ी) से बरामद किया है। पुलिस ने अपहरणकर्ता को भी मौके से गिरफ्तार किया है। जबकि अपहरण की वारदात को अंजाम देने वाला उसका दूसरा साथी अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है। पुलिस ने अपहरण के मामले में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को न्यायालय में पेश किया। जहां न्यायालय ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। उधर अपहरण किए गए बच्चे को पुलिस ने उसके पिता यशवंत कांबोज व उसकी माता सुषमा के हवाले कर दिया। बेटा वापिस मिलने पर माता-पिता की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। थाना रादौर प्रभारी इंस्पेक्टर बलराज सिंह ने बताया कि शनिवार को रंजिशन गांव पलाका निवासी सुषमा कांबोज के पोते देव (03) पुत्र यशवंत का विजेंद्र निवासी टापूकारा, अलवर, राजस्थान, हाल अमरावती महाराष्ट्र ने सफेद रंग की कार से अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद विजेंद्र बच्चे को पहले हिसार ले गया। इस दौरान पुलिस ने उसके मोबाइल की लोकेशन से उसका पीछा किया। बाद में विजेंद्र बच्चे को अपने किसी जानकार के पास धारूहेड़ा ले गया। जहां पुलिस ने उसकी लोकेशन से बच्चे को बरामद कर विजेंद्र को गिरफ्तार किया। पूछताछ में विजेंद्र ने बताया कि बच्चे को अपहरण करने में उसके दोस्त योगेश कुमार निवासी महेंद्रगढ़ ने उसका साथ दिया था। जिसके बाद अब पुलिस अपहरण के मामले में उसके साथी योगेश कुमार की तलाश कर रही है।
उल्लेखनीय है कि गांव पलाका निवासी सुषमा कांबोज ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसका बेटा यशवंत राजस्थान में प्राइवेट नौकरी करता था। जिसने 3 वर्ष पहले सुषमा नाम की युवती से रेवाड़ी में शादी की थी। शादी के बाद उसका लड़का व उसकी पत्नी राजस्थान में रह रहे थे। शादी के बाद उसके लड़के की पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया। पिछले 3 महीने से उसका बेटा व उसकी पत्नी अपने बेटे देव के साथ गांव पलाका में रह रहे थे। उन्होंने बताया कि विजेंद्र निवासी टापूकारा, अलवर, राजस्थान, हाल अमरावती महाराष्ट्र उनके बेटे का जानकार था। जो पिछले कई दिनों से उनके बेटे यशवंत को फोन करके धमकी दे रहा था कि उसने उसकी जानकार के साथ शादी की है। वह उसके बच्चे को उठाकर ले जाऐगा। जिसके बाद शनिवार की दोपहर को लगभग 1 बजे विजेंद्र उसके गांव पलाका में आया और पिस्तौल की नोक पर जबरन उसके 3 वर्ष के पोते देव का अपहरण कर सफेद रंग की कार से फरार हो गया। बाद में पुलिस ने बच्चे को धारूहेड़ा से बरामद किया।