राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना और महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में 52 वां राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस मनाया गया

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चैहल, बिलासपुर:
राजकीय महाविद्यालय अहड़वाला बिलासपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना और महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में पोषण माह और 52वां राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस मनाया गया। जिसमें अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से किया गया। इसके उपरांत राष्ट्रीय योजना दिवस गीत गाकर स्वयं सजे वसुंधरा संवार दें की प्रेरणा दी गई। महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य महोदय डा. सुनील तनेजा ने सर्वप्रथम सबको राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस की बधाई दी और कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के सभी स्वयंसेवक राष्ट्रीय सेवा योजना के आदर्श वाक्य नॉट मी बट यू को अपनाते हुए समाज में मुख्य रूप से स्वच्छता और जागरूकता के अभियान चलाएं ताकि समाज में जागृति उत्पन्न हो सके। डा. रमेश धारीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का मुख्य उद्देश्य सामुदायिक सेवा के माध्यम से व्यक्तित्व के विकास को अपनाकर अपने समाज की समस्याओं ,महिलाओं की समस्याओं, राष्ट्र की समस्याओं को समझना है और उन समस्याओं को हल करने का प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का स्वयंसेवक 24 घंटे का स्वयंसेवक होता है।  महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका डॉ मनीषा मोर ने कहा कि हम समाज की और देश की सेवा तभी कर पाएंगे जब हम स्वस्थ होंगे और स्वस्थ रहने के लिए हमें पौष्टिक भोजन करना होगा। इसलिए हमें अपने भोजन में सभी पोषक तत्वों को शामिल करना होगा। इसके साथ ही युवा वर्ग को नशे से भी दूर रहना होगा। युवाओं को आंतरिक रूप से अनुशासित रहने की आवश्यकता है तभी हमारा देश सही मायने में उन्नति कर पाएगा। राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रोग्राम डा.सुमन ने कहा कि आज हम सभी 52वां राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना 24 सितंबर 1969 को हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य ऐच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से युवा छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र का विकास करना है। आसान शब्दों में कहा जाए तो सेवा के माध्यम से शिक्षा है। राष्ट्रीय सेवा योजना का संचालन युवा कार्यक्रम और राष्ट्रीय खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि एन.एस.एस के माध्यम से युवा छात्र छात्राओं को समाज से  का अवसर प्राप्त होता है। मंच का बखूबी संचालन करते हुए प्रोफेसर आरती अरोड़ा ने बंधे रहिए संस्कारों से, खुले रहिए विचारों से रूपी नारा दिया। डा.दर्शन सिंह ने कहा एन.एस.एस और महिला प्रकोष्ठ विद्यार्थियों को संस्कार प्रदान करते हैं। प्रोफेसर करण ने कहा कि अगर हम सब मिलकर काम करेंगे तो राष्ट्र का संपूर्ण विकास होगा। इस कार्यक्रम में सभी प्रतियोगिताओं में अनेक विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कविता पाठ में प्रथम स्थान पर बी.कॉम द्वितीय वर्ष की लिविश, द्वितीय स्थान पर बी.ए द्वितीय वर्ष की दीपाली और तृतीय स्थान पर बी.सी.ए तृतीय वर्ष की हरदेवी रही। रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बी.ए. तृतीय वर्ष की प्रियंका, द्वितीय स्थान पर बी.ए द्वितीय वर्ष की रजनी और तृतीय स्थान पर बी.ए प्रथम वर्ष की भारती रही। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बी.ए द्वितीय वर्ष की रेनू, द्वितीय स्थान पर बीकॉम द्वितीय वर्ष की लीविश, तृतीय स्थान पर बी.ए. तृतीय वर्ष की अंजलि रही। नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बी.ए द्वितीय वर्ष की रेनू, द्वितीय स्थान पर बीए तृतीय वर्ष की परीक्षा और तृतीय स्थान पर बी.ए. तृतीय वर्ष की इंदु रही। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।