Aaj Samaj (आज समाज), Terrorist Javed Mattoo Tricolour, श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के घर लहराते तिरंगे खुद अनुच्छेद 370 के हटने के बाद घाटी में व्याप्त अमन चैन की बहाली बयां कर रहे हैं। कहीं रास्ते से भटके किसी कुख्यात आतंकी का भाई अपने घर पर तिरंगा लहराते हुए खुद के शान से हिंदुस्तानी होने का दावा करता देखा जा रहा है तो कहीं आतंकी के परिजन प्रधानमंत्री के ‘हर-घर तिरंगा’ अभियान से जुड़कर अपने घर पर तिरंगा लहराते हुए सरकार से यह अपील कर रहे हैं कि उनके बच्चे को सरकार वापस मुख्य धारा में लाने का प्रयास करे।
- सरेंडर करे मेरा भाई जावेद, आतंकी बनकर उसने गलत रास्ता चुना : रईस मट्टू
- बेटा मुदस्सर राह भटक गया है, हम चाहते हैं कि सरकार उसे खोज लाए : तारिक
10 लाख का ईनामी है हिजबुल का दुर्दांत कमांडर जावेद
उत्तरी कश्मीर का सोपोर जो कभी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन और लश्कर-ए-तैयबा का किला माना जाता था, वहां 10 लाख के ईनामी हिजबुल के दुर्दांत कमांडर जावेद अहमद मट्टू के भाई रईस मट्टू को अपने घर पर राष्टÑध्वज लहराते देखा गया। वह घर की बालकनी में खड़े होकर करीब 5 मिनट तक तिरंगा लहराता रहा और फिर उसे छत पर एक जगह लगा दिया। जिसने भी देखा, वही हैरान हुआ, क्योंकि उनका परिवार प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी की पृष्ठभूमि वाला है।
मैं 14 अगस्त को पहली बार दुकान पर बैठा : रईस मट्टू
‘सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हम बुलबुले हैं इसके ये गुलिस्तां हमारा’ देशभक्त गीत गाते हुए रईस मट्टू ने कहा, मैंने दिल से तिरंगा लहराया। इसमें किसी का कोई दबाव नहीं था। उसने कहा, कश्मीर में विकास हो रहा है। 14 अगस्त को पहली बार मैं अपनी दुकान पर बैठा हूं जबिक पहले दो-तीन दिन तक दुकान बंद रहती थी। पिछली राजनीतिक पार्टियां खेल खेल रही थीं। जावेद का जिक्र करते हुए रईस मट्टू ने कहा, मेरा भाई 2009 में आतंकी बन गया, उसके बाद हम उसके बारे में कुछ नहीं जानते। अगर जिंदा हैं, तो उसे मुख्यधारा में वापस आकर तिरंगे की शान के लिए काम करना चाहिए। कश्मीर की स्थिति बदल गई है, पाकिस्तान कुछ नहीं कर सकता। हम हिंदुस्तानी हैं और रहेंगे। हमें तिरंगे की हिफाजत करनी है।
हमारे दिल में बसता है तिरंगा, आत्मसमर्पण करे बेटा मुदस्सर : तारिक
किश्तवाड़ के पहाड़ी क्षेत्र दच्छन निवासी 20 लाख के ईनामी आतंकी मुदस्सर के पिता तारिक ने कहा कि उनका बेटा राह से भटक गया है। हम चाहते हैं कि सरकार उसे खोज लाए। उन्होंने कहा कि हमारे दिल में तिरंगा बसता है और इसीलिए तिरंगा फहरा रहे हैं। उन्होंने कहा, सबकी जिम्मेदारी है कि वे अपने घर पर तिरंगा फहराएं। हुसैन की मां ने कहा, हम चाहते थे कि मुदस्सर सुरक्षाबल के समक्ष आत्मसमर्पण कर दे। हमने उसे खोजने का बहुत प्रयास किया पर सफल नहीं हुए। सेना से अपील है कि उसे खोज निकाले।
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