नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर नेआज 19वें दरबारी सेठ स्मृति व्याख्यान में कहा कि आतंकवाद एक कैंसर के समान हैजो संभावित यप से सभी को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से महामारी प्रभावित करती है ठीक उसी तरह आतंकवाद भी सभी को प्रभावित करता है। इस मौके पर बिना नाम लिए जयशंकर ने इशारों में पाकिस्तान के लिए कहा कि ‘ऐसे देश जिन्होंने आतंकवाद का उत्पादन निर्यात के लिए किया है, वे खुद को आतंकवाद पीड़ित दिखाने की कोशिश करते हैं।’उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद और महामारी के प्रति वैश्विक प्रतिक्रिया तब आई है जब एक विशिष्ट घटना के कारण पर्याप्त व्यवधान उत्पन्न हो गया। इशारों में पाकिस्तान का जिक्र करते हुए उन्होंन कहा कि जो देश आतंकवाद का बढ़ावा दे रहे हैवही खुद को इसका पीड़ित भी कहते हैं। जो आतंकवाद को बढ़ा रहे हैं उनके खिलाफ संघर्ष साथ-साथ चल रहा है। विदेश मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रणाली को आतंकवाद को समर्थन देने वाले ढांचे को बंद करने के लिए जरूरी तंत्र सृजित करना होगा।