मुंबई। रोहित शर्मा मौजूदा विश्व कप में पहले ही रिकार्ड पांच शतक जड़ चुके हैं और महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने मुंबई के अपने साथी क्रिकेटर के लगातार अच्छे प्रदर्शन का श्रेय उनकी मानसिकता को दिया। किसी एक विश्व कप में सर्वाधिक शतक का रिकार्ड अपने नाम करने वाले मुंबई के रोहित ने दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंग्लैंड और श्रीलंका के खिलाफ शतक जड़े और वह टूनार्मेंट में शीर्ष स्कोरर हैं। तेंदुलकर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट लाइव पर कहा, ह्यह्यकाफी समय पहले, किरण मोरे अंडर 19 टीम के चयनकर्ता थे और उन्होंने मुझे कहा कि तुम्हें रोहित शर्मा नाम के इस खिलाड़ी को देखना चाहिए। उसकी ह्यबैट स्विंगह्ण शानदार है।ह्णह्ण उन्होंने कहा, ह्यह्यबार बार मुझे पूछा जाता है कि रोहित शर्मा में विशेष क्या है और मुझे लगता है कि यह उसकी बैट स्विंग है जो काफी खिलाड़ियों के पास नहीं है। तेंदुलकर ने कहा, ह्यह्यमैंने सुना था कि वह गेंदबाज बनना चाहता था और इसके बाद धीरे धीरे कोच के कहने पर बल्लेबाजी पर ध्यान देने लगा और इस दौरान उसने जो हासिल किया वह बेहतरीन है।
रोहित ने एक विश्व कप में सर्वाधिक शतक का श्रीलंका के दिग्गज कुमार संगकारा का रिकार्ड तोड़ा। तेंदुलकर ने रोहित की मानसिकता की तारीफ की और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम के पहले मैच का उदाहरण दिया जिसमें इस सलामी बल्लेबाज ने मुश्किल हालात में भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया। उन्होंने कहा, ह्यह्यहमने बात की कि शुरूआती छह वर्ष में वह काफी सफलता हासिल नहीं कर पाया लेकिन पिछले छह साल उसके लिए बेहद विशेष रहे।ह्णह्ण तेंदुलकर ने जोर देकर कहा कि रोहित के प्रदर्शन की निरंतरता उनकी मानसिकता के कारण है। उन्होंने कहा, ह्यह्यहमने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मैच में देखा, गेंद उसके बल्ले के बीच में नहीं लग रही थी लेकिन उसने हार नहीं मानी। वह खड़ा रहा और समय आने का इंतजार किया और हम सभी को पता है कि इसके बाद क्या हुआ।ह्णह्ण उन्होंने कहा, ह्यह्यमुझे लगता है कि यह उसकी मानसिकता और उसके शाट चयन के कारण है जिसने उसे यहां तक पहुंचाया है। इस विश्व कप में उसके प्रदर्शन में निरंतरता का कारण उसकी मानसिकता है।