Tenders For Many Projects Of karnal Smart City करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड की करोड़ो रूपये की परियोजनाओं के हुए टैण्डर : अनीश यादव

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Tenders For Many Projects Of karnal Smart City

Tenders For Many Projects Of karnal Smart City करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड की करोड़ो रूपये की परियोजनाओं के हुए टैण्डर : अनीश यादव

  • मार्च-अप्रैल में शुरू होंगे काम
  • जनता को मिलेगी सहूलियत

प्रवीण वालिया, करनाल :

Tenders For Many Projects Of karnal Smart City : शहर वासियों के लिए एक अच्छी खबर है। स्मार्ट सिटी की कई परियोजनाओं के टैण्डर हो चुके हैं, मार्च-अप्रैल में इन पर काम शुरू होगा, परियोजनाओं के पूरे होने से जनता को सहूलियत मिलेगी। शुक्रवार को नवनियुक्त उपायुक्त एवं केएससीएल के सीईओ अनीश यादव ने स्मार्ट सिटी कार्यालय में दर्जनभर परियोजनाओं पर अधिकारियों व प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट की टीम के साथ मंथन किया और निर्देश दिए कि मार्च के महीने में प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू हो जाए, ताकि सभी प्रोजेक्ट समय रहते सिरे चढ़ सकें। परियोजनाओं की समीक्षा से पहले उन्होंने केएससीएल के अधिकारियों व पीएमसी की टीम के साथ परिचय किया और फिर परियोजनाओं की जानकारी ली।

हांसी रोड से नमस्ते चौक तक सड़क का सुदृढ़ीकरण

मीटिंग में सीईओ ने बताया कि हांसी रोड से नमस्ते चौक तक करीब 2 किलोमीटर लम्बी सड़क पर रोजाना छोटे-बड़े और लोडिड वाहन गुजरते हैं। (Tenders For Many Projects Of karnal Smart City)  स्मार्ट सिटी की ओर से इस सड़क का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इस कार्य का टैण्डर हो चुका है। करीब 5 करोड़ रूपये की इस प्रोजेक्ट में मार्च से काम शुरू होगा। यह फोरलेनिंग होगी और बीच में डिवाईडर बनेगा।

फूसगढ़ में बनेगा बहुउद्देशीय हाल

मीटिंग में शहर के फूसगढ़ एरिया में एक मल्टीपर्पज़ हाल बनाया जाएगा। सीईओ ने बताया कि इस परियोजना के लिए 2 एकड़ जगह उपलब्ध है,(Tenders For Many Projects Of karnal Smart City) जिसमें 2000 वर्गफुट का एक बहुउद्देशीय हाल बनाएंगे। हाल में खेल सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी, जिनमें बॉक्सिंग, बैडमिंटन व टैनिस जैसे खेल खेले जा सकेंगे। हाल का निर्माण करन के बाद इसे खेल विभाग को हैंडओवर कर देंगे, जो यहां खेल गतिविधियां करवाएगा और इसका रख-रखाव भी सुनिश्चित हो सकेगा। मल्टीपर्पज़ हाल के निर्माण पर अनुमानित सवा 2 करोड़ रूपये की राशि खर्च होगी।

रेलवे रोड पर बनेगा एलीवेटिड फ्लाईओवर

उन्होंने बताया कि शहर का ओल्ड कमेटी चौक(महर्षि वाल्मिकी चौक), रेलवे रोड, कमेटी चौक से मुगल कैनाल के आगे तक और चौक से ओल्ड बस स्टैण्ड व अम्बेड़कर चौक तक सड़क मार्ग यातायात की दृष्टि से अतिव्यस्त रहता है। वाहनो के अत्याधिक आवागमन से इन मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रहती है।(Tenders For Many Projects Of karnal Smart City)  इससे निजात पाने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से एक एलीवेटिड पुल बनाया जाएगा। इस पर सम्भवत: अप्रैल से काम शुरू हो सकता है।

कैलाश गांव के पास बनेगा एस्ट्रोट्रफ हॉकी ग्राउण्ड- सीईओ ने बताया कि कैलाश गांव के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी का एस्ट्रोट्रफ ग्राउण्ड बनेगा। इसमें हॉकी खिलाडिय़ों को अपने खेल में निखार लाने के लिए ओलम्पिक स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। यह करीब 6 एकड़ जमीन में बनाया जाएगा तथा इस पर अनुमानित 15 करोड़ रूपये की राशि खर्च होगी। हॉकी ग्राउण्ड पर मार्च महीने में काम शुरू होगा।

डव्ल्पमेंट ऑफ गप्पू वाला बाग फेज़-2

मीटिंग में शहर की हांसी रोड स्थित गप्पू वाला बाग स्थल, जो स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से विकसित किया गया है, अब सरदार मिल्खा सिंह स्टेडियम के नाम से जाना जाता है। प्रथम चरण में यहां हॉकी ग्राउण्ड, वॉलीबाल कोर्ट, ओपन एयर जिम जैसी सुविधाएं दी गई हैं। अब दूसरे चरण में इस स्थल के मौजूद खाली जगह पर सामुदायिक केन्द्र का निर्माण किया जाएगा। केन्द्र के भवन के ऊपर एक डिजीटल लाईब्रेरी होगी, योगा डैक भी बनाया जाएगा। इन सुविधाओं से इस स्थल का सौंदर्यकरण ओर बढ़ जाएगा। इस कार्य पर करीब साढे 3 करोड़ रूपये की राशि खर्च होगी और यह कार्य अप्रैल से शुरू करेंगे।

कॉमर्शियल स्पेस ऑफ ओल्ड अनाज मण्ड़ी प्रोजेक्ट

उन्होंने बताया कि शहर की पुरानी अनाज मण्ड़ी में कॉमर्शियल स्पेस डव्ल्पमेंट के लिए अच्छी-खासी जगह उपलब्ध है। स्मार्ट सिटी की ओर से यहां शोपिंग कॉम्पलैक्स का निर्माण करेंगे, जिसमें दो बेसमेंट होंगे, दो कॉमर्शियल लेव होंगे, एक फूड कोर्ट और दो ऑफिस बनाएंगे। इस प्रोजेक्ट पर भी अप्रैल में काम शुरू हो जाएगा।

स्मार्ट वाटर सप्लाई (स्काडा)

मीटिंग में स्मार्ट वाटर सप्लाई के इंटैलिजेंट वाटर यूटिलिटी मैनेजमेंट सिस्टम प्रोजेक्ट पर भी चर्चा हुई। इसमें स्काडा यानि सुपरवाईजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्वीजिशन का काम होगा। स्काडा लगाने से क्या फायदा होगा, इस बारे उन्होंने बताया कि इससे जल आपूर्ति के वास्तविक समय की एसेसमेंट की जा सकेगी। कितना पानी सप्लाई या डिस्ट्रीब्यूट हुआ, इसका पता लगेगा। पानी की क्वालिटी कैसी है, सैंसर से इसका पता लगाया जा सकेगा। खराब क्वालिटी के दौरान अलार्म जैनरेट होगा। इसके अतिरिक्त नोन रिवेन्यू वाटर यानि वेस्ट वाटर का पता लगाया जा सकेगा। पूरे प्रोजेक्ट में जी.आई.एस. मैटिंग होगी, जिसमें पूरे शहर के लिए जलानुसार प्रणाली बनाई जाएगी।

सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत मृत पशुओं का डिस्पोजल

मीटिंग में मृत पशुओं के डिस्पोजल को लेकर एक प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की गई। इसकी टैण्डरिंग प्रक्रिया पूरे हो गई थी, चालू मास में ही फाईनेंशियल बिड खुलेगी और उसके बाद इस पर काम शुरू होगा।

इन परियोजनाओं पर भी हुई चर्चा

मीटिंग में रिडव्लपमेंट ऑफ कर्ण लेक, ओल्ड तहसील स्थल के पास पार्किंग व प्लाजा, ओल्ड सब्जी मण्ड़ी में टू-लेवल पार्किंग का निर्माण तथा ओल्ड एम.सी. बिल्डिंग स्थल पर मार्किट विकसित करने के प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की गई।

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