Updates On Telangana Tunnel Accident, (आज समाज), हैदराबाद: तेलंगाना टनल हादसे के 30 दिन बाद बचाव दल ने आज दूसरे शव का पता लगाया है। बता दें कि नागरकुरनूल में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग 22 फरवरी को ढह गई थी, जिसमें आठ मजदूर फंस गए थे। अधिकारियों ने बताया कि शव एक मुश्किल जगह पर फंसा है और टीमें फिलहाल उसे निकालने का प्रयास कर रही हैं।
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अभियान में शामिल हैं 700 कर्मचारी
बचाव अभियान में कुल 700 कर्मचारी शामिल हैं। फंसे हुए 8 श्रमिकों में से एक- गुरप्रीत सिंह का शव 9 मार्च को बरामद किया गया था। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सोमवार को विधानसभा भवन में एसएलबीसी सुरंग में चल रहे बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में मंत्री एन उत्तम एन कुमार रेड्डी, जुपल्ली कृष्ण राव, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, मुख्य सचिव शांति कुमारी और अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।
अधिकारियों ने सीएम को दी स्थिति की जानकारी
राज्य आपदा प्रबंधन के विशेष मुख्य सचिव अरविंद कुमार और कर्नल परीक्षित मेहरा ने मुख्यमंत्री को दुर्घटना स्थल पर चल रहे बचाव कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान में केंद्र और राज्य सरकारों के विभिन्न विंगों के साथ-साथ निजी संगठनों सहित 25 एजेंसियां लगी हुई हैं। कुल 700 कर्मचारी बचाव के काम में जुटे हैं।
बचाव दल ने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन भी दिया
शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि बचाव दल ढही चट्टानों के मलबे को हटा रहे हैं, टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) के पुर्जों को अलग कर रहे हैं और सुरंग के अंदर से मिट्टी के टीले, गाद और रिसाव वाले पानी को साफ कर रहे हैं। बचाव दल के प्रमुखों ने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन भी दिया और सुरंग में मौजूदा स्थिति और बचाव अभियान की जानकारी दी।
सुरंग के प्रवेश द्वार से 14 किमी दूर हुई है दुर्घटना
अधिकारियों ने कहा कि बचाव अभियान खराब हवा और रोशनी की स्थिति के कारण देरी से चल रहा है, क्योंकि दुर्घटना सुरंग के प्रवेश द्वार से 14 किलोमीटर दूर हुई। दुर्घटना क्षेत्र के 30 मीटर हिस्से को सबसे खतरनाक क्षेत्र के रूप में पहचाना गया है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को बचाव कार्यों की निरंतर निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
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