Aaj Samaj (आज समाज), Teeth Care Tips, अंबाला :
दांत हमारे शरीर का अहम हिस्सा हैं जिनके जरिए ही हम दुनियाभर के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाते हैं। हालांकि, कुछ लोगों के दांत बहुत कमजोर होते हैं या फिर उनमें कीड़े लग जाते हैं। आमतौर पर जाना जाता है कि बच्चों के दूधिया दांत कमजोर होते हैं लेकिन जब आप जवान हो जाते हैं तब ढीले दांत चिंता का विषय हैं।
दांतों की सफाई का सही तरीका
बहुत से लोग रेगुलर ब्रश करते हैं, बावजूद इसके उन्हें दांतों की समश्य रहती हैं। इसका एक बड़ा कारण सही तरीके से दांत साफ न करना हैं। दांतों को हेल्दी बनाने के लिए एक-एक दांत की सफाई जरूरी होती हैं, इसलिए जब भी ब्रश करें कोने के दांतों की सफाई पर भी ध्यान दे, केवल आगे के चार दांत ही साफ न करें।
ब्रश करते समय आपका पूरा ध्यान दांतों की सफाई पर होना चाहिए, जिससे दांत अच्छी तरह से साफ हो सके। कुछ लोग दांत साफ करते समय भी कुछ अन्य जरूरी काम करने लगते हैं, जो बिल्कुल गलत हैं। साथ ही बहुत ज्यादा देर तक ब्रश करना भी दांतों की हेल्थ के लिए खराब होता हैं। ब्रश से दांत साफ करने के लिए 2 मिनट का समय पर्याप्त होता हैं।
सही टूथपेस्ट का चुनाव करें
दांतों का ख्याल रखने का एक और अहम नियम हैं कि आपका टूथपेस्ट अच्छा होना चाहिए। कुछ लोग टूथपेस्ट का चुनाव उसके कलर और फ्लेवर से करते हैं, वे एक बार टूथपेस्ट के पीछे लिखे इंग्रीडिएंट देखना भी जरूरी नहीं समझते।
एक अच्छे टूथपेस्ट का चुनाव करते समय ध्यान रखें कि इसमें कम से कम केमिकल का उपयोग किया गया हो। साथ ही आपके टूथपेस्ट में फ्लोराइड भी अवश्य होना चाहिए। फ्लोराइड दांतों की सड़न से छुटकारा दिलाने में सबसे ज्यादा सहायक होता हैं और यह जर्म्स और बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम होता हैं।
जीभ की सफाई को अनदेखा न करें
जीभ की सफाई भी ओरल हेल्थ रूटीन का एक अहम हिस्सा हैं, इसे कभी न भूले। सबसे ज्यादा बैक्टेरिया जीभ में ही मौजूद होते हैं, साथ ही मुँह की दुर्गंध की भी एक मुख्य वजह जीभ में मौजूद बैक्टेरिया और गंदगी होती हैं। इसलिए जीभ की सफाई करना कभी न भूले, जब भी ब्रश करें उसके बाद जीभ भी जरूर साफ करें।
दांतों के लिए फ्लॉसिंग भी हैं जरूरी
दांतों के स्वास्थ्य के लिए जितना जरूरी ब्रश करना हैं, उतनी ही जरूरी फ्लॉसिंग भी हैं। फ्लॉसिंग दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी को रोकने में मददगार होती हैं। जिन लोगों को नहीं पता की फ्लॉसिंग क्या होती हैं, उन्हें बता दें की इसमें तार के एक पतले टुकड़े से दांतों के बीच की सफाई करनी होती हैं, जिससे दांतों के बीच जमा गन्दगी साफ हो सके।
फ्लॉसिंग दांतों के लिए वह काम करती हैं जो ब्रश नहीं कर पाता, दांतों के बीच की सफाई। जब आप पहली बार फ्लॉसिंग करेंगे तब आपको ज्ञात होगा की दांतों के बीच कितनी गंदगी मौजूद होती हैं, जिसे आप आज तक नजरअंदाज करते आए थे। फ्लॉसिंग में थोड़ी मेहनत ज्यादा लगती हैं, लेकिन इसके लाभ भी बेहतरीन हैं।
माउथवॉश का इस्तेमाल
दांतों की देखभाल में अक्सर कुछ लोग माउथवॉश को अनदेखा करते हैं। अगर आप अपने दांतों से प्यार करते हैं और इनकी देखभाल के लिए वाकई में सीरियस हैं तो आपके oral hygiene routine में माउथवॉश भी जरूर शामिल होना चाहिए। माउथवॉश कुछ हद तक मुँह के एसिड को कम करने में हेल्प करता हैं।
नियमित माउथवॉश करने से दांतों की सड़न की समस्या दूर होती हैं, प्लाक की समस्या से निजात मिलता हैं, मुँह के अंदर मौजद बैक्टीरिया समाप्त होते हैं और इससे मुँह की दुर्गंध से भी छुटकारा मिलता हैं। इसलिए डेंटिस्ट की सलाह से एक अच्छा और नेचुरल माउथवॉश इस्तेमाल जरूर करें।
भोजन में कैल्शियम की मात्रा बढाये
दांतों को मजबूत बनाने के लिए अपने खानपान का ध्यान रखना भी जरूरी हैं, दांतों के स्वास्थ्य के लिए कुछ पोषक तत्व बहुत जरूरी होते हैं और कैल्शियम इन्ही पोषक तत्वों में से एक हैं जो दांतों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता हैं।
यह भी पढ़ें : Demand Of Clerical Staff : सरकार लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को 35400 का वेतन बिना देरी लागू करें – सुजान मालड़ा
यह भी पढ़ें : Aaj Ka Rashifal 22 June 2023 :बैंकिंग से जुड़े लोगों को प्रमोशन मिलने की संभावना, बाकी जाने अपनी राशि का हाल