एक नवंबर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच
3rd Test Ind vs Nz (आज समाज), खेल डेस्क : न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलु मैदानों पर खेली जा रही तीन टेस्ट मैच की सीरीज में टीम इंडिया 2-0 से हार चुकी है। इसके साथ ही टीम इंडिया की घरेलू सरजमीं पर 2012 से चली आ रही 18 सीरीज की जीत का सिलसिला भी खत्म हो गया। इसी सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक नवंबर से शुरू होगा। भारतीय टीम इस टेस्ट मैच में अपना खोया हुआ मनोबल हासिल करने के लिए उतरेगी। वहीं उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि इस टेस्ट मैच में दोनों टीमें कुछ बदलाव भी कर सकती हैं।
भारत के लिए निराशाजनक रही यह सीरीज
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम की मौजूदा सीरीज निराशाजनक रही है। सीरीज शुरू होने से पहले किसी ने भी यह अंदाजा नहीं लगाया था कि टीम इंडिया इस तरह का प्रदर्शन करेगी। न्यूजीलैंड से पहले भारत ने बांग्लादेश को दो टेस्ट मैच की सीरीज में आसानी से 2-0 से हराया था। उस सीरीज में न केवल भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया था बल्कि गेंदबाजों ने भी कहर बरपाया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में टीम के गेंदबाज तो सही प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन बल्लेबाजी फ्लॉप साबित हुई है। जिसके चलते टीम इंडिया ने 2012 के बाद कोई सीरीज गवाई है।
दूसरे टेस्ट मैच में हार के बाद ये बोले थे कप्तान रोहित शर्मा
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम को लगातार दो टेस्ट मैच में मिली हार को कप्तान रोहित शर्मा ने निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि हम बल्लेबाजी करते समय इतना स्कोर नहीं बना पाए कि विपक्षी टीम को चुनौती दे सकते। इसका परिणाम टीम के सामने लगातार दो हार के रूप में आया है। कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि हमारे में से किसी को भी ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी लेकिन कई बार जो आप सोचते हैं उसके विपरीत हो जाता है। रोहित शर्मा ने कहा कि टीम ने दोनों टेस्ट मैचों में वहीं गलतियां दोहराई। जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा।
हम मौकों का फायदा नहीं उठा सके
रोहित शर्मा ने कहा कि हम कुछ खास मौकों का फायदा उठाने में विफल रहे। हम उन चुनौतियों का जवाब देने में विफल रहे। मुझे नहीं लगता कि हमने बोर्ड पर रन बनाने के लिए पर्याप्त बल्लेबाजी की। आपको जीतने के लिए 20 विकेट लेने होंगे। हां, लेकिन बल्लेबाजों को बोर्ड पर रन भी बनाने होंगे। यह ऐसी पिच नहीं थी जहां बहुत कुछ हो रहा था। हमने बस अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। अगर हम पहली पारी में थोड़ा और करीब होते तो चीजें थोड़ी अलग होतीं। हम वानखेड़े में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और उस टेस्ट को जीतने की कोशिश करना चाहते हैं। यह सामूहिक विफलता है। मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो केवल बल्लेबाजों या गेंदबाजों को दोष दूं। हम वानखेड़े में बेहतर इरादे, बेहतर विचार और बेहतर तरीकों के साथ सामने आएंगे।
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