- स्कूल प्रांगण में सैकड़ों की संख्या में अभिभावकों ने पहुंचकर अपने बच्चों की जानी रिपोर्ट
- विद्यार्थियों को अपने जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए शिक्षा की जरूरत होती है – डॉ. बीरसिंह यादव
नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
श्रीकृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ में 7 जनवरी (शनिवार) को अध्यापक-अभिभावक मिलन समारोह आयोजित किया गया। जो प्रातः 10:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक चला । इस बारे में जानकारी देते स्कूल प्राचार्य वीरेंद्र सिंह ने बताया कि अध्यापक-अभिभावक मिलन समारोह में अभिभावकगण को विद्यार्थियों की शिक्षा संबंधी एवं दिसम्बर माह तक हुए परीक्षा परिणामों के बारे में जानकारी दी गई। अध्यापक-अभिभावक मिलन समारोह में सैकड़ों की संख्या में अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर अपने बच्चों के बारे में रिपोर्ट प्राप्त की एवं उनके भविष्य को संवारने के लिए अध्यापकों से मिलकर उचित मार्गदर्शक देने पर विचार-विमर्श किया।
विद्यार्थी में संस्कृति एवं सभ्यता का ज्ञान
इस मौके पर स्कूल के चैयरमेन डॉ. बीरसिंह यादव ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपने जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए शिक्षा की जरूरत है एवं शिक्षा जीवन को बेहतर बनाने वाली अपार संभावनाओं तक पहुंचाती है। शिक्षा के माध्यम से हम विद्यार्थियों के व्यक्तित्व, मानसिक कुशलता, नैतिक और शारीरिक शक्ति का विकास करना सीखते है। बिना उचित शिक्षा के हम जीवन के सभी शैक्षणिक लाभों से वंचित रह जाते हैं एवं शिक्षा जीवन में सफलता की इकलौती कुंजी है। शिक्षा विद्यार्थी को जीवन जीने के लिए नई दिशा प्रदान करती है, शिक्षा विद्यार्थी को न केवल शिक्षित बनाती है बल्कि विद्यार्थी में संस्कृति एवं सभ्यता का ज्ञान भरकर उसे राष्ट्र-निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित करती है। विद्यार्थी की शिक्षा अध्यापक और अभिभावक दोनों के दिशा-निर्देशन एवं सहयोग से ही सम्पूर्ण होती है। एक विद्यार्थी को शिक्षित करने में जितना योगदान एक गुरु का होता है उतना ही माता-पिता का होता है।
अध्यापक-अभिभावक मिलन समारोह
इस अवसर पर स्कूल के डारेक्टर सुभाष यादव ने अभिभावकों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन स्कूल में आगे भी होते रहेंगे एवं विद्यार्थियों की समय-समय पर शिक्षा संबंधित जानकारियां अभिभावकों को मिलती रहेंगी। उन्होने कहा कि आज के युग में शिक्षित न होने पर जीवन बिताने के लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग आज इतनी तेजी से चल रहा है कि इस युग को आधुनिकता का क्रांतिकारी युग कहा जा सकता है। किसी भी समय में बदलाव अपने आप नहीं होते, बदलाव लाए जाते है और यह बदलाव शिक्षा के बिना असंभव है। आधुनिक युग में शिक्षा का महत्व पहले की तुलना में काफी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्णा स्कूल के विद्यार्थी हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा कर स्कूल के साथ-साथ क्षेत्र का नाम गोर्वान्वित कर रहे है। अध्यापक-अभिभावक मिलन समारोह का मुख्य उद्देश्य आपसी विचार-विमर्श कर विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ उनके लक्ष्य तक पहुंचाना है। अभिभावकों ने स्कूल द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में उत्तम प्रदर्शन करने पर विद्यालय प्रशासन की सराहना की। इस अवसर पर स्कूल का समस्त स्टाफ उपस्थित था।
इस मौके पर स्कूल के सीईओ कर्मवीर राव ने कहा कि बच्चे के विकास के लिए अभिभावकों को अध्यापकों से मिलना जुलना अति आवश्यक है। क्योंकि इस मिलने जुलने से बच्चों के सर्वांगिण विकास को पूरा किया जा सकता है। श्री राव ने अभिभावकों का विद्यालय आगमन पर आभार व्यक्त किया।
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