Teacher Manju Gupta ने पावर लिफ्टिंग में जीता गोल्ड मेडल

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शिक्षिका मंजू गुप्ता ने पावर लिफ्टिंग में जीता गोल्ड मेडल
शिक्षिका मंजू गुप्ता ने पावर लिफ्टिंग में जीता गोल्ड मेडल
  • मंजू गुप्ता को कैथल पॉवरलिफ्टिंग का सचिव नियुक्त किया

Aaj Samaj (आज समाज),Teacher Manju Gupta ,प्रवीण वालिया, करनाल: हरियाणा पॉवरलिफ्टिंग एसोसिएशन की ओर से सोनीपत में तीन दिवसीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप आयोजित की गई। जिसमें मंजू गुप्ता ने मास्टर केटेगरी 84 किलो भार में गोल्ड मेडल जीता। जिसमें प्रदेश भर के खिलाडिय़ों ने भाग लिया। इस चैंपियनशिप में करनाल की बेटी मंजू गुप्ता ने अपनी कैटेगरी में गोल्ड मेडल हासिल कर करनाल के साथ-साथ कैथल का नाम रोशन किया है।

वहीं मंजू गुप्ता की इस उपलब्धि पर उन्हें कैथल पॉवरलिफ्टिंग का सचिव नियुक्त किया गया। मंजू गुप्ता ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, कोच भारत कुमार के साथ-साथ अपने पति विकास गर्ग व सास-ससुर को दिया। मंजू गुप्ता कैथल के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल जखोली अड्डा में अंग्रेजी की अध्यापिका है। अध्यापिका होने के साथ-साथ उन्होंने खेलों में भी अपनी रूचि जारी रखी।

मंजू गुप्ता ने बताया कि स्कूल समय से ही उनकी खेलों में रूचि थी। वह 1999 में भी स्टेट लेवल पर वॉलीबॉल की खिलाड़ी रही है। इतना ही नहीं स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के बाद वह शाम के समय निरंतर प्रैक्टिस करती रहती है और अन्य महिलाओं को भी खेलों के प्रति जागरूक करती रहती है। उनका कहना है कि यदि महिलाएं खुद से खेलों में भाग नहीं लेंगी तब तक वह आगे नहीं बढ़ पाएगी। यदि महिलाएं स्वयं आत्मनिर्भर बनें तो परिवार भी कहीं न कहीं उनकी मदद करेगा।

वह चाहती हैं कि हर महिलाएं पुरूषों के साथ खड़ी हो इसके लिए वह निरंतर प्रयासरत है। मंजू गुप्ता का कहना है कि पॉवरलिफ्टिंग को लेकर कुछ लोगों की सोच है कि केवल नॉन वेज का सेवन करके ही पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में अव्वल आ सकता है जबकि ऐसा कुछ नहीं हैं। क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी नॉन वेज का सेवन नहीं किया। उन्होंने महिलाओं और बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि हमें पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भाग लेते रहना चाहिए। क्योंकि खेलों से ही हमारा सर्वांगीण विकास होता है। खेलों के साथ-साथ वह पढ़ाई में भी कभी पीछे नहीं रही। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में तीन-तीन मास्टर डिग्री हासिल की है।

बेटी की उपलब्धि पर गर्व –

मंजू गुप्ता के पिता जय नारायण गोयल का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर नाज है। मंजू का बचपन से ही शिक्षा के साथ-साथ खेलों में रुझान रहा है। मंजू गुप्ता के पिता जय नारायण ने बेटी और बेटे में कोई फर्क नहीं समझा बल्कि बेटी को आगे बढ़ाने में उनकी हमेशा हर जरूरत को पूरा किया। समाज को संदेश देते हुए कहा कि हर मां-बाप को अपनी बेटी को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहिए। जिस क्षेत्र में भी वह आगे बढ़ना चाहती है उसे पूरा करने में उसकी हर संभव मदद करनी चाहिए।

कराटे में भी माहिर है मंजू

पावर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी मंजू गुप्ता वॉलीबॉल की खिलाड़ी के साथ-साथ कराटे में भी माहिर है। मंजू गुप्ता का कहना है कि हर कठिन परिस्थितियों में मुकाबला करने के लिए वह स्वयं आत्मनिर्भर है। वह अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ आत्मरक्षा के लिए भी निपुण हों इसके लिए वह उन्हें जागरूक करती रहती है।

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