Tax-free Salary : भारत के आम लोगों के लिए अच्छी खबर है। अगर आप अभी 12 लाख रुपये की टैक्स-फ्री सैलरी का आनंद ले रहे हैं, तो कुछ अप्रत्याशित खबरों के लिए तैयार हो जाइए। सरकार कुछ ऐसे बदलाव करने की योजना बना रही है, जिसका सीधा असर आपकी वित्तीय स्थिति पर पड़ सकता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2025 के वित्तीय वर्ष के लिए आने वाले बजट में वेतन से जुड़े भत्ते और सुविधाओं को फिर से परिभाषित करने का संकेत दिया है।
सरल शब्दों में कहें तो आपकी सैलरी में शामिल भत्ते जांच के दायरे में आ सकते हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ भी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि अगले हफ्ते संसद में पेश होने वाले आयकर विधेयक में इस विषय पर चर्चा की जाएगी।
आप बिना किसी टैक्स के 50,000 रुपये तक के भत्ते का आनंद ले सकते
फिलहाल, आप बिना किसी टैक्स के 50,000 रुपये तक के भत्ते का आनंद ले सकते हैं। इसमें लैपटॉप, सोडेक्सो वाउचर, मुफ्त आवास, कंपनी की कार, सब्सिडी वाला भोजन, चिकित्सा लाभ, क्लब सदस्यता और यात्रा भत्ते जैसी चीजें शामिल हैं, जो सभी टैक्स-फ्री हैं। इसके अलावा, आपके मोबाइल बिल, प्रोविडेंट फंड योगदान, मनोरंजन लागत और जिम सदस्यता जैसे खर्च भी इस कर-मुक्त स्थिति का आनंद लेते हैं।
हालांकि, ये सुविधाएँ खतरे में पड़ सकती हैं। अगर सरकार आपके वेतन से इन लाभों को हटाने का फैसला करती है, तो आपको अपने मोबाइल बिल, जिम फीस और पेट्रोल की लागत जैसे खर्चों पर कर चुकाना पड़ सकता है, जो तब आपकी कर योग्य आय में जुड़ जाएगा। यह बदलाव आपकी कुल कर योग्य आय को काफी हद तक बढ़ा सकता है।
सकारात्मक रूप से, सरकार ने वेतनभोगी व्यक्तियों को कुछ राहत दी है। बजट में एक प्रमुख आकर्षण नई कर व्यवस्था के तहत 12 लाख रुपये तक की आय को कर-मुक्त रखने का निर्णय था।
इसके अलावा, 75,000 रुपये की मानक कटौती के साथ 12.75 लाख रुपये कमाने वालों के लिए प्रभावी आयकर दर को शून्य कर दिया गया है। इस खबर ने निश्चित रूप से कर्मचारियों से लेकर प्रबंधन तक वेतनभोगी वर्ग के कई लोगों को खुश कर दिया है।
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